भोपाल: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बिहार विधानसभा चुनाव मैच में फिक्सिंग की आशंका संबंधी बयान का सच साबित करने की कोशिश की। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर हुए गांधी के आरोपों को सही और भाजपा को हेराफेरी करने वाला बताया।
राहुल गांधी ने शनिवार को आरोप लगाया था कि 2024 का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लोकतंत्र में धांधली का ब्लूप्रिंट था और यह मैच फिक्सिंग अब बिहार में भी दोहराई जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इसके बाद उन जगहों पर भी ऐसा ही किया जाएगा, जहां-जहां भारतीय जनता पार्टी हार रही होगी।
दिग्विजय सिंह ने एक अन्य यूजर की पोस्ट को शेयर किया जिसमें सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह के विधानसभा क्षेत्र राघौगढ़ में अचानक 40 हजार वोटर बढ़ने की बात बताते हुए धांधली का आरोप लगाया था। इसी पोस्ट को शेयर करते हुए दिग्विजय सिंह ने भाजपा को हेरफेर का दूसरा नाम बताया।
दिग्विजय सिंह ने जो पोस्ट शेयर की उसमें राघौगढ़ विधानसभा क्षेत्र के साल 2018 और साल 2023 में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों की तुलना करते हुए बताया गया है कि किस तरह इन पांच सालों के दौरान विधानसभा क्षेत्र में 40 हजार नए वोटर बढ़ गए, और सभी ने भाजपा को वोट दिया। जिसकी वजह से साल 2018 में कांग्रेस उम्मीदवार जयवर्धन सिंह की जीत का अंतर जहां करीब साढ़े छियालीस हजार था, वह 2023 के चुनावों में घटकर महज 4505 ही रह गया।
इस पोस्ट को शेयर करते हुए अंशुमान सेल नेहरू नाम के यूजर ने लिखा, ‘मध्य प्रदेश के राघौगढ़ जैसे ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र में 5 वर्षों में 40 हजार नए मतदाता जुड़े जो कि बिल्कुल अप्राकृतिक है। सबसे क्रूर बात यह है कि इन सभी 40 हजार नए मतदाताओं के वोट भाजपा को गए, जिसकी वजह से 2018 में उसके वोटरों की संख्या जो कि 51000 थी, साल 2023 में अचानक से बढ़कर 91000 हो गई। राहुल गांधी ने चुनाव में धांधली का सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया है।’
यूजर की इसी पोस्ट को अपनी वॉल पर शेयर करते हुए दिग्विजय सिंह ने लिखा, “हेरफेर का दूसरा नाम ही भाजपा है” मुझे नहीं पता कि ये मतदाता कहां से आए हैं। मैं इस निर्वाचन क्षेत्र को अंदर से जानता हूं। जय सिया राम, राघौ जी महाराज की जय।’