रील स्टार लेडी कंडक्टर सस्पेंड, NCP के बाद अब BJP नेता ने की कार्रवाई वापस लेने की मांग

एनसीपी नेताओं के बाद अब बीजेपी नेता चित्रा वाघ ने भी लेडी बस कंडक्टर के निलंबन को गलत ठहराया है. मंगल गिरि नाम की लेडी कंडक्टर ने अलग-अलग गानों पर रील्स बनाकर उसे अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया था. लेडी कंडक्टर का ऐसा करना महंगा पड़ा. ऐसा करने पर महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम ने उन्हें सस्पेंड कर दिया. एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड और रुपाली थोंबरे पाटील के बाद अब चित्रा वाघ ने भी उनके निलंबन को रद्द करने की मांग की है.

इस लेडी कंडक्टर के सोशल मीडिया में लाखों फॉलोअर्स हैं. पहले भी उन्होंने कंडक्टर की वर्दी में तुलजा भवानी देवी के गाने पर एक वीडियो बनाया. वह वीडियो भी तूफान वायरल हुआ था. एमएसआरटीसी ने यह कहते हुए कि निलंबन को सही ठहाराया कि वर्दी में वीडियो बनाकर वायरल करने से संस्थान की छवि को नुकसान पहुंचा है. इसलिए उनके निलंबन की कार्रवाई की गई है.

बड़े-बड़े अधिकारियों पर नहीं सवाल, तो लेडी कंडक्टर पर क्यों बवाल?

एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाण और रुपाली थोंबरे पाटील की तरह बीजेपी नेता चित्रा वाघ ने इस पर अपनी नाराजगी जताते हुए कहा है कि लाखों फॉलोअर्स वाली महिला कंडक्टर पर कार्रवाई का कोई तुक नहीं है. ऐसे कई सरकारी अधिकारी और कर्मचारी फेसबुक, ट्वीटर और इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया का धड़ल्ले से इस्तेमाल करते हुए दिखाई देते हैं. लेकिन इस महिला कंडक्टर को ही टारगेट किए जाने की वजह क्या है?

‘निलंबन रद्द नहीं किया तो शुरू होगा आंदोलन’

एनसीपी नेता रुपाली थोंबरे पाटील का कहना है कि निलंबन की कार्रवाई की कोई जरूरत नहीं थी. ज्यादा से ज्यादा संबंधित लेडी कंडक्टर को एक नोटिस भेजा जा सकता था कि वो ड्यूटी में और वर्दी में इस तरह का वीडियो शूट कर शेयर ना करे. निलंबन की कार्रवाई क्यों की गई? रुपाली पाटील ने चेतावनी दी है कि अगर निलंबन की कार्रवाई को रद्द नहीं किया गया तो वे आंदोलन पर उतरेंगी.

‘महिला कंडक्टर का है गुनाह क्या, पहले ये तो बताओ’

एनसीपी नेता और आघाड़ी सरकार में मंत्री रहे जितेंद्र आव्हाड ने तो ट्वीट कर सीधा यह सवाल किया है कि महिला कंडक्टर का आखिर गुनाह क्या है? उसने अपने वीडियोज अपने पर्सनल वॉल पर शेयर किए हैं. कई सरकारी अधिकारी और कर्मचारी ऐसा करते हैं. जितेंद्र आव्हाड ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि बस सीधी बात यह है कि यह महिला संघर्ष करने वाले वर्ग से आती है.