युद्ध की तैयारी में जुटा चीन! छात्रों के लिए अनिवार्य करने जा रहा सेना की ट्रेनिंग, प्राइमरी स्कूल तक शामिल

बीजिंग: चीन ने विश्वविद्यालयों और स्कूलों में सैन्य प्रशिक्षण का विस्तार करने के लिए अपने राष्ट्रीय रक्षा शिक्षा कानून में संशोधन करने का फैसला लिया है। इस संबंध में कानून का मसौदा तैयार हो चुका है, जिसे अप्रैल में नेशनल पीपुल्स कांग्रेस की स्थायी समिति ने पहली बार पेश किया। मसौदे में यूनिवर्सिटी, हाई स्कूल, मिडिल स्कूल और यहां तक कि प्राथमिक विद्यालयों के छात्रों के लिए भी सैन्य प्रशिक्षण की बात कही गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन की नेशनल पीपुल्स कांग्रेस की स्थायी समिति ने पिछले सप्ताह कानून में संशोधनों पर चर्चा शुरू की है। मई के अंत तक इस पर सार्वजनिक टिप्पणियां मांगी गई हैं।निक्केई की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कई विश्वविद्यालयों ने पहले ही बूटकैंप शुरू कर दिए हैं। इन कैंपों में छात्रों को आग्नेयास्त्रों का उपयोग और लोड करना और बख्तरबंद वाहन चलाना भी सिखाया जा सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक ये सिर्फ इंसानों तक सीमित मामला नहीं है। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने एआई, रोबोटिक्स और अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों की ओर भी इशारा करते हुए कहा है कि ये तकनीक भी चीन की सेना के आधुनिकीकरण प्रक्रिया का हिस्सा होना चाहिए। सीएमसी देगी ट्रेनिंगइस ट्रेनिंग की जिम्मेदारी शिक्षा मंत्रालय और कम्युनिस्ट पार्टी के केंद्रीय सैन्य आयोग (सीएमसी) को दी गई है, जो चीन की शीर्ष रक्षा संस्था है। विधेयक में ये भी कहगा गया है कि स्थानीय और केंद्रीय अधिकारी छात्रों के लिए निगरानी और प्रशिक्षण को मजबूत करने का काम करेंगे। विधेयक के आलोचकों का कहना है कि सैन्य प्रशिक्षण लागू करने का सरकार का कदम युवाओं को पार्टी के प्रति वफादार रखना है। साथ ही गिरती अर्थव्यवस्था और उच्च बेरोजगारी दर से लोगों का ध्यान हटाना है। नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स के मुताबिक फरवरी में 16-24 वर्ष की आयु के छात्रों के लिए बेरोजगारी दर 15.3 फीसदी थी। राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों और यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के साथ अपनी हालिया बैठक में युद्ध की वैश्विक समाप्ति का आह्वान किया था। हालांकि उन्होंने इस तथ्य को छिपाया नहीं है कि चीन को युद्ध के लिए तैयार रहने की जरूरत है। सीआईए डायरेक्टर विलियम बर्न्स ने कहा है कि चीन का लक्ष्य ताइवान पर आक्रमण के लिए 2027 तक खुद को तैयार करना है।