मध्य प्रदेश की फायर ब्रांड नेता उमा भारती ने अगले कुछ महीनो में होने जा रहे लोकसभा चुनाव से खुद को अलग कर लिया है। भोपाल स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए उमा भारती ने साफ किया है कि वह अगले 2 सालों तक कोई भी चुनाव नहीं लड़ेंगी। उन्होंने उसके पीछे गंगा जी के कार्य में खुद को व्यस्त रखने की वजह बताई है। उन्होंने कहा कि अगर मैं लोकसभा चुनाव लड़ूंगी तो अपने संसदीय क्षेत्र की जिम्मेदारी और गंगा नदी के लिए काम एक साथ नहीं किया जा सकता। मैं गंगा से जुड़े कार्यों को पूरा करने के लिए 2 साल के लिए पूर्ण स्वतंत्रता चाहती हूं। उन्होंने कहा कि गंगा से जाति, समुदाय या राजनीतिक दलों को लेकर कोई विवाद नहीं है। पूरा प्लान तैयार है, सारी अनुमतियां मिल चुकी हैं, बस रफ्तार धीमी है। पीएम मोदी भी गंगा को समर्पित हैं। इसे भी पढ़ें: Madhya Pradesh: खड़गे और राहुल का PM Modi पर वार, बताया झूठों के सरदार, आदिवासियों का भी उठा मुद्दाउमा भारती ने भोपाल में कहा कि अगले दो साल अपने आप को गंगा जी के कार्य में झोकना चाहती हूं। 2 साल में गंगा जी के काम को सम्पूर्ण करूंगी,जरूरत पड़ने पर चुनाव प्रचार करूंगी लेकिन लोकसभा चुनाव नही लड़ूंगी। उमा भारती ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को मेल कर करके स्पष्ट किया मै चुनाव नही लड़ूंगी। यदि राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा साफ नहीं करेंगे तो में पत्र सार्वजनिक करूंगी। उन्होंने कहा कि मैं उम्र में मोदी जी से छोटी हूं पर पार्टी में ज्यादा वरिष्ट हूं…मैं अंतिम समय तक राजनीति करूंगी और, बीजेपी में रहूंगी। वही इस बीच उमा भारती ने साध्वी प्रज्ञा का टिकट कटने पर सहानुभूति जताते हुए कहा कि प्रज्ञा ठाकुर ने हम लोगों के लिए बहुत दुख सहे है। प्रज्ञा दीदी की वजह से आज हम जेल में नहीं है। उन पर भगवा आतंकवाद केस में हमारा नाम लेने का दबाव डाला गया लेकिन उन्होंने कोई नाम नहीं लिया। .प्रज्ञा के लिए इतना ही कहूंगी, हम सबको क्षमा करें। इसे भी पढ़ें: अन्याय के चलते देश में बढ़ रही है नफरत, मध्य प्रदेश में Rahul Gandhi ने Bharat Jodo Yatra में जुड़े न्याय शब्द के महत्व पर दिया जोरवही उमा भारती ने रायसेन किले में स्थापित शिव मंदिर को लेकर कहां कि अब मैं कभी भी शिवरात्रि पर रायसेन नहीं जाऊंगी, बल्कि अपने बल से ताला खोलूंगी। गौरतलब है कि उमा भारती ने खुद को लोकसभा चुनाव से अलग कर लिया है। लेकिन राजनीतिक पंडित उमा भारती के बयान के अलग ही मतलब निकल रहे हैं। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि लोकसभा चुनाव को लेकर आने वाले दिनों में उम्मीदवारों जो अगली लिस्ट बीजेपी जारी करने वाली है, उसमें उमा भारती का नाम शामिल नहीं है। इस वजह से उमा भारती को यह कदम उठाना पड़ रहा है।