अरुणाचल प्रदेश के मरीजों को अब किडनी प्रत्यारोपण के लिए नहीं होना पड़ेगा परेशान

New Delhi, 28 मार्च . अरुणाचल प्रदेश के मरीजों को अब किडनी प्रत्यारोपण के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा. यह अरुणाचल प्रदेश सरकार, रेलिगेयर एंटरप्राइजेज लिमिटेड (आरईएल) और सर गंगा राम हॉस्पिटल (एसआरजीएच) New Delhi के मध्य हुए समझौते का असर है. तीनों के बीच पिछले साल 11 अगस्त को एएमयू हुआ था. रेलिगेयर विविधीकृत वित्तीय सेवा ग्रुप है.
इसके तहत पिछले Tuesday को सर गंगा राम अस्पताल में मरीज की सर्जरी कर किडनी प्रत्यारोपण किया गया. इस सर्जरी को अरुणाचल प्रदेश के नागरिकों को स्वास्थ्य सेवा की सुलभता और गुणवत्ता बेहतर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है. साथ ही सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर रीनल साइंसेज की स्थापना का मार्ग प्रशस्त होगा. पिछले साल हुए एएमयू का मकसद अरुणाचल प्रदेश को पूर्वोत्तर क्षेत्र में आधुनिक चिकित्सीय देखभाल का केंद्र बनाना है. इसमें एसआरजीएच तकनीक सहयोगी है. इस उपलब्धि पर आरईएल की एग्जीक्यूटिव चेयरपर्सन डॉ. रश्मि सलूजा ने कहा,” अरुणाचल प्रदेश के पहले मरीज का यह सफल किडनी प्रत्यारोपण स्वास्थ्य देखभाल की जटिल चुनौतियों को हल करने और मरीजों के परिणाम में सुधार करने में सरकारी-निजी साझेदारी के महत्व पर जोर देता है.”
एसआरजीएच के बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट के चेयरमैन डॉ. अजय स्वरूप ने कहा,” हमें अरुणाचल प्रदेश के हेल्थकेयर अभियान में इस महत्वपूर्ण उपलब्धि में योगदान करने पर खुशी हो रही है.”
सर्जरी के बारे में एसआरजीएच में रीनल ट्रांसप्लांट सर्जरी विभाग के चेयरमैन डॉ. हर्ष जौहरी ने कहा,” इस प्रत्यारोपण के साथ हमने एक उल्लेखनीय मुकाम हासिल किया है. इस ऑपरेशन में चार घंटे लगे. लगभग 10 महीने पहले प्रोग्रेसिव रीनल फेलियर के निदान के बाद मरीज का उपचार टीआरआईएचएमएस, इटानगर में चल रहा था. सर गंगा राम हॉस्पिटल जैसे स्वास्थ्य सेवा के प्रमुख संस्थान के साथ साझेदारी में रेलिगेयर का लक्ष्य दूर-दराज और अल्पसेवा-प्राप्त इलाकों में मरीजों विश्वस्तरीय हेल्थकेयर सेवाओं को आसानी से सुलभ बनाना है.”