हरियाणा लोकसभा चुनाव: रूठों को मनाने में जुटे कांग्रेस के प्रत्याशी, बीजेपी प्रचार के दूसरे दौर में पहुंची

फरीदाबाद: टिकट घोषित होने के बाद से कांग्रेस के प्रत्याशी महेंद्र प्रताप रूठों को मनाने में जुटे हैं। कुछ छोटी सभाएं कर चुके हैं। वहीं शुरुआती दौर में ही टिकट मिलने के कारण बीजेपी प्रचार के दूसरे दौर में पहुंच चुकी है। कई बड़ी सभाएं हो चुकी हैं। पूर्व कैबिनेट मंत्री महेंद्र प्रताप को 25 अप्रैल की रात कांग्रेस से टिकट मिला था। रात में ही उनके समर्थक आवास पर पहुंच गए थे। अगले दिन से उन्होंने प्रचार और पब्लिक के बीच में जाना शुरू किया। एनआईटी में आम आदमी पार्टी के नेताओं की मौजूदगी में अपने स्तर पर एक सभा की, जिसमें विधायक नीरज शर्मा, पूर्व विधायक शारदा राठौर, बलजीत कौशिक आदि नेता पहुंचे। वह पलवल में भी गए। इस दौरान कई ऐसे पुराने कांग्रेसी भी मैदान में फिर से उनके साथ नजर आए जो सक्रिय राजनीति से अलग हो गए थे। वहीं एक पूर्व विधायक और कुछ अन्य नेता अभी मैदान में नजर नहीं आए हैं। पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल खुल कर विरोध में उतरे हुए हैं। ऐसे में प्रचार के साथ-साथ रूठों को मनाने में भी कांग्रेस प्रत्याशी का समय बीत रहा है। वह नाराज नेताओं के पास खुद जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि पूर्व विधायक ललित नागर के पास भी वह गए। सूत्रों का कहना है कि नागर की नाराजगी दूर हो गई है, लेकिन वह अभी मैदान में नजर नहीं आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि जल्द ही ललित नागर अपने विधानसभा एरिया में एक बड़ी सभा करेंगे, जिसमें महेंद्र प्रताप को बुलाकर नाराजगी दूर होने का संदेश दिया जाएगा। करण सिंह दलाल को साधना भी उनके लिए चुनौती है।उनके लिए अच्छी बात ये है कि हुड्डा के साथ-साथ सैलजा गुट के नेताओं का साथ भी उन्हें मिल रहा है। सैलजा गुट के कई नेता उनके साथ प्रचार में जुटे हैं। अब प्रचार के लिए 23 दिन का समय बचा है। बड़ी चुनौती ये है कि इतने कम समय में कैसे दो जिलों की नौ विधानसभाओं को नापेंगे। कांग्रेस के साथ-साथ ऐसी ही चुनौती जेजेपी, बीएसपी और इनेलो के प्रत्याशी के सामने भी है। इन पार्टियों के प्रत्याशी भी अपने-अपने स्तर प्रचार में जुटे हैं। बीजेपी की स्थिति प्रचार के मामले में आगे हैं। पार्टी के प्रत्याशी कृष्णपाल गुर्जर दोनों जिलों की सभी विधानसभाओं में अपनी सभाएं एक से अधिक बार कर चुके हैं। मुख्यमंत्री भी सभाएं कर चुके हैं। अब बीजेपी प्रत्याशी कहीं दूसरी तो कहीं तीसरी बार प्रचार के लिए पहुंच रहे हैं। उनके प्रचार का दूसरा राउंड चल निकला है।