हवाई हमलों से बचाने ग्वालियर में अस्पतालों की छत पर बनाए विशाल लाल क्रॉस

ग्वालियर (Gwalior): मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर के अस्पतालों की छतों पर लाल क्रॉस (Red Cross Symbol) का निशान बनाया गया है, जिसे भारत-पाकिस्तान तनाव (India-Pakistan Border Tension) के मद्देनजर एक सुरक्षा उपाय बताया जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार, यह कदम जिनेवा कन्वेंशन (Geneva Convention Guidelines) के तहत उठाया गया है, ताकि युद्ध या हवाई हमले के दौरान अस्पतालों को सुरक्षित रखा जा सके।

क्यों बनाए गए लाल क्रॉस के निशान? (Why Are Hospitals Marked with Red Cross?)

गजरा राजा मेडिकल कॉलेज (Gajra Raja Medical College) के डीन डॉ. आर.के.एस. धाकड़ (Dr. R.K.S. Dhakad) ने बताया कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा दिशा-निर्देश (National Security Protocol) का हिस्सा है। उन्होंने कहा, “ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि संघर्ष की स्थिति में अस्पतालों को निशाना न बनाया जाए। भारत सरकार के निर्देश पर चुनिंदा शहरों में यह प्रक्रिया पूरी की जा रही है।”

मध्य प्रदेश में ब्लैक आउट ड्रिल (Blackout Drills in MP)

इस बीच, मुख्यमंत्री मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने बताया कि भोपाल, जबलपुर, इंदौर, ग्वालियर और कटनी (Major Cities of MP) में ब्लैक आउट और मॉक ड्रिल (Emergency Preparedness Drills) सफलतापूर्वक आयोजित की गईं। यह अभ्यास राज्य को किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रखने के उद्देश्य से किया गया।

स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां (High Alert)

  • जयारोग्य अस्पताल समूह (Jayarogya Hospital Group) ने आपातकालीन योजनाओं पर चर्चा के लिए एक बैठक आयोजित की।
  • सभी विभाग प्रमुखों के कॉन्टैक्ट डिटेल्स (Emergency Contact List) तैयार किए जा रहे हैं।
  • अस्पतालों को युद्ध या प्राकृतिक आपदा (War or Disaster Preparedness) के लिए पूरी तरह सक्रिय कर दिया गया है।

क्या कहता है जिनेवा कन्वेंशन? (Geneva Convention Rules for Hospitals)

  • अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुसार, सफेद पृष्ठभूमि पर लाल क्रॉस (Red Cross on White Background) का चिह्न अस्पतालों और मेडिकल टीमों (Protection of Medical Staff) की सुरक्षा सुनिश्चित करता है। यह संकेत देता है कि यह स्थान युद्ध क्षेत्र (Conflict Zone Neutrality) में भी अहिंसक और सुरक्षित है।

प्रमुख दिशानिर्देश

  1. चिकित्सकीय संस्थानों और घायलों की सुरक्षा
    युद्ध के समय अस्पतालों, एंबुलेंस और डॉक्टरों को नुकसान नहीं पहुँचाया जाना चाहिए।
  2. रेड क्रॉस या रेड क्रिसेंट का चिन्ह
    सफेद पृष्ठभूमि पर बना लाल क्रॉस का चिन्ह एक अंतरराष्ट्रीय प्रतीक है, जो दर्शाता है कि यह स्थान न्यूट्रल (तटस्थ) है और उस पर हमला नहीं किया जाना चाहिए।
  3. युद्धबंदियों के साथ मानवीय व्यवहार
    बंदियों के साथ मारपीट, अत्याचार या अमानवीय व्यवहार करना सख्त निषिद्ध है।
  4. नागरिकों की सुरक्षा
    युद्ध में नागरिकों और सैनिकों में अंतर करना आवश्यक है। नागरिकों को निशाना नहीं बनाया जा सकता।
  5. चिकित्सा सेवाओं की स्वतंत्रता
    डॉक्टरों और अस्पतालों को बिना किसी बाधा के कार्य करने की अनुमति होनी चाहिए। उन्हें सैन्य गतिविधियों के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।
  6. बिना भेदभाव के हमलों पर रोक
    ऐसे हमले जो बिना लक्ष्य के हों और जिनसे अस्पताल या आम नागरिक प्रभावित हों, वे नियमों के खिलाफ हैं।
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