मुंबई: टेलीविजन और फिल्म जगत में 15 वर्षों से अपने प्रभावशाली अभिनय से छाप छोड़ने वाली अभिनेत्री इशिता गांगुली ने हाल ही में अपने करियर में एक नया मोड़ चुना है। शेमारू उमंग के लोकप्रिय धारावाहिक ‘बड़ी हवेली की छोटी ठकुराईन’ में वह अब तक के अपने सबसे जटिल और डार्क किरदार ‘चमकीली’ को जीवंत कर रही हैं।
चमकीली: एक द्वंद्वात्मक पात्र
इशिता द्वारा निभाया जा रहा यह किरदार एक ऐसी महिला का है जो बाहर से मासूम और सलीकेदार दिखती है, लेकिन अंदर से चालाक, मैनिपुलेटिव और खतरनाक है। इस बारे में इशिता कहती हैं, “चमकीली एक सिक्के के दो पहलुओं जैसी है—एक तरफ सरल और भोली, तो दूसरी तरफ छल और डरावनी। यह मेरे करियर का अब तक का सबसे चुनौतीपूर्ण रोल है, जिसने मुझे एक अभिनेत्री के रूप में नई ऊर्जा दी है।”
कला से अभिनय तक का सफर
एक कलात्मक परिवार से ताल्लुक रखने वाली इशिता ने बताया कि उनकी माँ ग़ज़ल गायिका हैं, भाई तबला वादक और भाभी भी संगीत से जुड़ी हैं। हालाँकि, उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह अभिनय को करियर बनाएँगी। “माधुरी दीक्षित और रेखा जी को देखकर मेरे मन में पहली बार एक्टिंग का जुनून जगा। इस इंडस्ट्री ने मुझे धैर्य, साहस और अस्वीकृति को स्वीकार करना सिखाया,” उन्होंने कहा।
नेगेटिव रोल को लेकर आशंकाएँ और स्वीकार्यता
अपने करियर में पहली बार इतने डार्क किरदार को निभाने के बारे में इशिता ने स्वीकार किया कि शुरू में उन्हें टाइपकास्ट होने का डर था। “लेकिन चमकीली अलग है—यह पात्र दर्शकों को झकझोरती है, उनकी सच्चाई उजागर करती है। जब लोग इसके लिए तीखी प्रतिक्रिया देते हैं, तो मैं समझ जाती हूँ कि मैंने अपना काम ईमानदारी से किया है। जैसे रणवीर सिंह ने ‘पद्मावत’ में खिलजी का किरदार निभाकर सबका ध्यान खींचा, वैसे ही कभी-कभी सबसे डार्क रोल ही आपको नई पहचान देता है,” उन्होंने कहा।
नए कलाकारों के लिए सलाह
इशिता का मानना है कि इस उद्योग में केवल प्रतिभा ही काफी नहीं है। “आपको हर स्थिति में संयम बनाए रखना आना चाहिए। प्रशंसा और आलोचना दोनों को समान भाव से लेना होगा। तभी आप लंबे समय तक टिक पाएँगे,” उन्होंने सलाह दी।
शो का नया ट्विस्ट: चमकीली और तपस्या की साजिश
धारावाहिक के वर्तमान ट्रैक में चमकीली को अब मानसी शर्मा द्वारा निभाई जा रही तपस्या का साथ मिल गया है। दोनों मिलकर चैना (मुख्य नायिका) को हवेली से बाहर करने और चमकीली को ठकुराईन बनाने की योजना बना रही हैं। क्या यह साजिश सफल होगी?
‘बड़ी हवेली की छोटी ठकुराईन’ हर रात 9 बजे, शेमारू उमंग पर प्रसारित होता है।