इंदौर (Indore) के मानपुर (Manpur) में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मंत्री विजय शाह (Vijay Shah) द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी (Colonel Sophia Qureshi) को आतंकवादियों की बहन कहने संबंधी विवादित टिप्पणी (terrorism remark controversy) के मामले में गठित विशेष जांच टीम (SIT) ने जांच पूरी कर ली है। हालांकि, हैरानी की बात यह रही कि मंत्री विजय शाह का बयान लिए बिना ही जांच टीम भोपाल लौट गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के बयान और वीडियो रिकॉर्डिंग की जांच
प्रदेश सरकार द्वारा कोर्ट के निर्देश पर गठित SIT टीम में सागर जोन के पुलिस महानिरीक्षक प्रमोद वर्मा समेत कुल तीन अधिकारी शामिल थे। टीम बीते दो दिनों से मानपुर में थी, जहाँ उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों (eyewitnesses) के बयान दर्ज किए और कार्यक्रम की वीडियो रिकॉर्डिंग (video footage) का भी विस्तृत विश्लेषण किया।
स्थानीय लोगों ने अपने बयानों में बताया कि मंत्री ने भाषण के दौरान आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया, हालांकि उनकी “मंशा” वैसी नहीं थी। इसके बावजूद यह टिप्पणी लोकतंत्र और सैन्य सम्मान को ठेस पहुँचाने वाली मानी जा रही है।
कोर्ट में पेश होगी रिपोर्ट, मंत्री से नहीं हुए सवाल-जवाब
अब SIT की यह रिपोर्ट कोर्ट में पेश की जाएगी। दूसरी ओर मानपुर पुलिस की ओर से की जा रही अलग जांच बेहद धीमी गति से चल रही है। पुलिस ने अब तक सिर्फ स्थानीय सरपंच और ग्रामीणों के बयान दर्ज किए हैं और कार्यक्रम की रिकॉर्डिंग अपने पास सुरक्षित की है। लेकिन मंत्री विजय शाह से अब तक कोई पूछताछ (statement recording) नहीं की गई है और न ही उनके खिलाफ आईपीसी की धाराएं (IPC sections) बढ़ाई गई हैं।
मंत्री तीन बार मांग चुके माफ़ी, लेकिन सार्वजनिक मंचों से दूरी
मंत्री विजय शाह इस मामले में अब तक तीन बार सार्वजनिक रूप से माफ़ी (public apology) मांग चुके हैं, लेकिन वे सार्वजनिक आयोजनों से दूरी (avoiding public appearances) बनाए हुए हैं। उन पर इस्तीफा देने का दबाव (resignation pressure) भी बना था, लेकिन उन्होंने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया। हाल ही में इंदौर में आयोजित कैबिनेट बैठक (cabinet meeting) में भी वे अनुपस्थित रहे।