मुंबई: “पुष्पा सिर्फ एक नाम नहीं है, पुष्पा मतलब ब्रैंड।” वो फिल्म जिसने सारे रिकॉर्ड तोड़े, दिलों को जीता और लोगों को और देखने के लिए बेकरार छोड़ दिया। बॉक्स ऑफिस पर तूफान मचाने के बाद अब पुष्पा राज (Pushpa Raj) एक बार फिर हमारे दिलों पर राज करने को तैयार है। इस बार पुष्पा राज वाइल्ड फायर (Wild Fire) बनकर लौटा है, एक ऐसी कहानी के साथ, जो पहले से कहीं बड़ी, ज़्यादा दमदार और जबर्दस्त ड्रामा से भरपूर है।
साल की सबसे बहुप्रतीक्षित ब्लॉकबस्टर ‘ पुष्पा 2: द रूल’ (Pushpa 2 : The Rule) का वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर शनिवार 31 मई को शाम 7:30 बजे ज़ी सिनेमा पर होने जा रहा है। यह एक ऐसी फिल्म है जिसे पूरा परिवार साथ बैठकर देख सकता है क्योंकि ‘पुष्पा 2’ में है एंटरटेनमेंट, इमोशंस और एक्शन का वो लेवल जो आपने पहले कभी नहीं देखा होगा।
ज़ी सिनेमा पर ‘पुष्पा 2 : द रूल’ के वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर के मौके पर रश्मिका मंदाना (Rashmika Mandana) साथ एक खास चर्चा
- क्या आपको नहीं लगता कि अब आपको आधिकारिक तौर पर अपना नाम श्रीवल्ली रख लेना चाहिए?
ओह, सच कहूं तो मुझे लगता है लोग पहले ही मुझे श्रीवल्ली कहने लगे हैं। और मैं पहले भी अपनी टीम से इस बारे में बात कर चुकी हूं… मुझे ऐसा लगता है कि श्रीवल्ली अब मेरी दूसरी पहचान बन चुकी है, और इससे मैं बहुत खुश हूं, और बहुत गर्व महसूस करती हूं। क्योंकि एक एक्टर के लिए सबसे बड़ी बात यही होती है कि लोग उसके काम को पहचानें। और मेरे लिए, यह सबसे बड़ी तारीफ है जो एक एक्टर को मिल सकती है। आज जब लोग मुझे श्रीवल्ली कहकर बुलाते हैं, तो मुझे सच में बहुत खुशी होती है।
- ‘पुष्पा 2’ में जथरा वाला सीन आइकॉनिक बन चुका है, खासकर आपका वो पावरफुल मोनोलॉग। इस पर सबका रिएक्शन कैसा था?
मैंने ये सीन पहली बार बड़े पर्दे पर प्रीमियर के दौरान देखा। तब मैं अल्लू अर्जुन सर के बगल में बैठी थी। जैसे ही डायलॉग शुरू हुआ, पूरा थिएटर एकदम शांत हो गया, और जैसे ही सीन खत्म हुआ, लोग सीटी और ताली बजाने लगे। मैं वहीं बैठी रह गई, और हैरान होकर सोचती रही “क्या ये सच में हो रहा है?” मेरी आंखों में आंसू थे। हर दिन ऐसा नहीं होता कि किसी एक्ट्रेस को उसकी परफॉर्मेंस पर सीटियां और तालियां मिलें और ये मेरे लिए सब कुछ था। मैंने हमेशा खुद से कहा है कि एक दिन ये सारी मेहनत रंग लाएगी और उस पल में, वाकई, पूरे दिल से ऐसा ही लगा।
- पुष्पा फ्रेंचाइजी की दोनों फिल्मों में अल्लू अर्जुन के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?
अल्लू अर्जुन सर के साथ काम करना एक शानदार लर्निंग एक्सपीरियंस रहा। वो सेट पर इतनी एनर्जी और कमिटमेंट लेकर आते हैं, जो वाकई बहुत इंस्पायर करता है। उनके किरदार में जो डीटेलिंग और गहराई होती है, उसे देखकर मैंने बहुत कुछ सीखा। उनका पैशन मुझे भी मोटिवेट करता था कि मैं भी एक परफॉर्मर के तौर पर अपना बेस्ट दूं।
- ‘पुष्पा 2’ को उसके म्यूजिक के लिए भी खूब सराहा जा रहा है। गानों की शूटिंग का अनुभव कैसा रहा?
‘पीलिंग्स’ सॉन्ग की शूटिंग मेरे लिए एक अलग ही चैलेंज था क्योंकि मुझे किसी के द्वारा उठाए जाने का फोबिया है और इस गाने के कई डांस मूव्स में ऐसा ही करना था। मुझे सच में नहीं पता था कि ये सब कैसे हो पाएगा। लेकिन मैंने पूरी तरह से सु्कुमार सर और अल्लू अर्जुन सर पर भरोसा किया, और ना जाने कैसे, सब आसान लगने लगा। उनका सपोर्ट और मुझ पर भरोसा ही मेरी हिम्मत बना। मैं अपने डर से बाहर आ पाई और गाने में अपना बेस्ट देने पर फोकस कर सकी। और हां, इस गाने को ढेर सारा प्यार भी मिला।