भोपाल: मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले के कटंगी वन क्षेत्र में एक नरभक्षी बाघ (Man-Eater Tiger) ने तेंदूपत्ता संग्रहण कर रहे युवक पर हमला कर उसकी जान ले ली। यह इस महीने की दूसरी घातक घटना है, जिसने स्थानीय ग्रामीणों में दहशत फैला दी है।
घटनास्थल पर मचा कोहराम
गत दिवस सुबह करीब 10 बजे जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर कछार गांव के निवासी 33 वर्षीय अनिल भलावी तेंदूपत्ता तोड़ने जंगल गए थे। अचानक झाड़ियों से छिपे एक बाघ ने उन पर हमला कर दिया।
गवाहों के बयान (Eyewitness Accounts)
कस्तूराबाई (साथी मजदूर) ने बताया – “हमें शोर सुनकर देखा तो अनिल का शव पड़ा था। हमने तुरंत वन विभाग (Forest Department) को सूचित किया।” घटना के बाद कछार गांव में दहशत (Panic) का माहौल है।
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। मुख्य वन संरक्षक गौरव चौधरी ने बताया, “हमने तत्काल गश्त बढ़ा दी है और ग्रामीणों को रात में घरों से न निकलने की चेतावनी दी है।” मृतक के परिवार को 20 हजार रुपये की तात्कालिक सहायता दी गई है, जबकि शासन द्वारा अनुग्रह राशि का भी प्रावधान किया गया है।
पिछले हमलों ने बढ़ाई चिंता
यह इस महीने की दूसरी घातक घटना है। इससे पहले 3 मई को भी इसी क्षेत्र में एक 50 वर्षीय व्यक्ति की बाघ के हमले में मौत हो गई थी। स्थानीय वन अधिकारियों के अनुसार, संभवतः यह एक ही बाघ लगातार हमले कर रहा है, जिसे अब मानवभक्षी घोषित किए जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
ग्रामीणों में फैली दहशत
घटना के बाद से पूरे क्षेत्र में भय का माहौल है। ग्रामीणों ने वन विभाग से तत्काल बाघ को पकड़ने की मांग की है। वन विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों को सलाह दी है कि वे जंगल में अकेले न जाएं और तेंदूपत्ता संग्रहण के दौरान विशेष सावधानी बरतें।