भोपाल: मध्यप्रदेश स्टेट टाइगर फोर्स (State Tiger Force Madhya Pradesh) की भोपाल एवं शिवपुरी इकाइयों ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए वन्य-जीवों के अवैध शिकार (illegal poaching) और अंगों की तस्करी (wildlife trafficking) में लिप्त अंतरराज्यीय संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया है।
कार्रवाई के दौरान तीन आरोपियों — दौजी भील, उसकी पत्नी सुनीता (निवासी ग्राम खोहरा, जिला दौसा, राजस्थान) और बेस्ता भील (निवासी नयागांव दोदीखेड़ा, कराहल, जिला श्योपुर, मध्यप्रदेश) को गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से तेंदुए (leopard) के भारी मात्रा में अंग बरामद किए गए हैं। इसके साथ ही अपराध में प्रयुक्त दो मोटरसाइकिल और तीन मोबाइल फोन भी जब्त किए गए। बरामद अवयवों को फॉरेंसिक लैब भेजा गया है, जिससे शिकार किए गए वन्य-जीवों की प्रजाति (species) और संख्या (count) की पुष्टि की जा सके।
आरोपियों की जमानत याचिका खारिज
जांच के दौरान दौजी भील के गिरोह से जुड़े अन्य दो आरोपी — बनीराम आदिवासी और नरेश उर्फ कल्लू आदिवासी को भी गिरफ्तार किया गया। इन सभी आरोपियों ने 18 जून को सत्र न्यायालय शिवपुरी में जमानत याचिका (bail application) दायर की थी, जिसे स्टेट टाइगर फोर्स शिवपुरी द्वारा प्रस्तुत मजबूत साक्ष्यों और अभियोजन पक्ष की दलीलों के आधार पर खारिज कर दिया गया।