मुंबई: शेमारूमी लगातार क्षेत्रीय कहानियों को पूरे देश के दर्शकों तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी कड़ी में, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता गुजराती फिल्म ‘हेलारो’ अब हिंदी में भी शेमारूमी पर उपलब्ध है, ताकि यह प्रेरणादायक कहानी और अधिक लोगों तक पहुंच सके।
‘हेलारो’ (जिसका अर्थ है ‘मुक्ति’) एक ऐसी फिल्म है जो महिलाओं की हिम्मत, आज़ादी और जीजिविषा को दर्शाती है। यह पहली गुजराती फिल्म बनी जिसने सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार जीता। साथ ही, फिल्म की 13 मुख्य अभिनेत्रियों को विशेष जूरी पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जो भारतीय सिनेमा में एक मिसाल कायम करता है।
कच्छ की महिलाओं की कहानी
कच्छ की रेतीली धरती पर आधारित यह फिल्म उन महिलाओं की कहानी कहती है जो परंपराओं, पाबंदियों और सामाजिक रूढ़िवादिता में जकड़ी हुई हैं। उनकी जिंदगी में तब एक नया मोड़ आता है जब एक रहस्यमय ढोल वादक उनके गांव में आता है और न सिर्फ संगीत बल्कि विद्रोह की एक चिंगारी भी जगा देता है। यह चुप्पी धीरे-धीरे आज़ादी की दहाड़ में बदल जाती है।
भावुक और मजबूत अभिनय
निर्देशक अभिषेक शाह की इस फिल्म में श्रद्धा डांगर, कौशांबी भट्ट, नीलम पांचाल, ब्रिंदा त्रिवेदी, तेजल पंचासरा, शची जोशी, तर्जनी भडला, किशन गढ़वी, मौलिक नायक, आरजव त्रिवेदी, राजन ठाकर और जयेश मोरे जैसे कलाकारों ने शानदार अभिनय किया है। लेकिन फिल्म की असली जान हैं वो 13 महिलाएं जिनका भावुक और मजबूत अभिनय दर्शकों के दिलों को छू जाता है।
हिंदी रिलीज़ पर अभिनेत्री श्रद्धा डांगर ने कहा, ‘हेलारो’ सिर्फ एक फिल्म नहीं है, बल्कि उन महिलाओं की अनसुनी आवाज़ों का आईना है जो आज भी हमारे समाज के किसी कोने में दबी हुई हैं। इस कहानी को पर्दे पर लाना मेरे लिए भावनात्मक और शारीरिक रूप से एक बड़ी चुनौती थी। अब जब यह फिल्म हिंदी में शेमारूमी पर उपलब्ध है, तो मुझे खुशी है कि इसका संदेश दुनिया भर के दर्शकों तक पहुंचेगा। मुझे उम्मीद है कि यह फिल्म हर दर्शक को साहस देगी, सवाल पूछने के लिए प्रेरित करेगी और आज़ादी के सही मायने समझने में मदद करेगी।”
‘हेलारो’ हिंदी में अब सिर्फ शेमारूमी पर देखिए!