दमोह में बड़ा Fake Aadhaar Card Racket उजागर, 6 राज्यों तक फैला नेटवर्क

दमोह (Damoh News): मध्य प्रदेश के दमोह जिले से फर्जी आधार कार्ड रैकेट (Fake Aadhaar Card Scam) का एक बड़ा मामला सामने आया है। इस रैकेट के ज़रिए दो आधार नामांकन आईडी (Aadhaar Enrollment IDs) का उपयोग कर न सिर्फ मध्य प्रदेश बल्कि देश के छह अन्य राज्यों में हजारों फर्जी आधार कार्ड (Fake Aadhaar Cards) तैयार किए गए।

इन फर्जी दस्तावेजों (Fake Documents) का इस्तेमाल जासूसी (Espionage), फर्जी सिम कार्ड (Fake SIM Cards) खरीदने, स्थानीय पहचान (Local Identity) स्थापित करने और अन्य अवैध गतिविधियों (Illegal Activities) के लिए किए जाने की आशंका जताई गई है। यह मामला साइबर क्राइम (Cyber Crime in India) और राष्ट्रीय सुरक्षा (National Security Threat) से भी जुड़ा हो सकता है।


गोपनीय शिकायत से खुला मामला

7 अप्रैल को दमोह कलेक्टर सुधीर कोचर को एक गोपनीय शिकायत (Confidential Complaint) प्राप्त हुई थी, जिसमें बताया गया कि दमोह की आईडी संख्या 29026 का उपयोग कर भिंड जिले (Bhind) में आधार नामांकन हो रहे हैं।

16 अप्रैल को आई प्रारंभिक जांच रिपोर्ट (Preliminary Investigation Report) में पुष्टि हुई कि इस आईडी का दुरुपयोग उज्जैन, इंदौर, देवास, भोपाल, मुरैना, छतरपुर और झाबुआ सहित 19 से अधिक जिलों में किया गया।


दूसरी आईडी से देशभर में गड़बड़ी

दूसरी संदिग्ध आईडी संख्या 29832 का उपयोग पश्चिम बंगाल के मालदा, झारग्राम, पुरुलिया, दार्जिलिंग; बिहार के सहरसा और कटिहार; दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और झारखंड के कई जिलों में हजारों फर्जी आधार कार्ड जारी करने (Unauthorized Aadhaar Generation) के लिए किया गया।


पुलिस जांच शुरू, एफआईआर दर्ज

दमोह कलेक्टर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए 2 मई को कोतवाली थाना दमोह में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज करवाई है।

प्रशासन और जांच एजेंसियां (Investigation Agencies) मामले की गहनता से जांच कर रही हैं। दोनों आधार नामांकन आईडी को तत्काल प्रभाव से निलंबित (Suspended Aadhaar Operator IDs) कर दिया गया है और आवश्यक तकनीकी और कानूनी कार्रवाई (Technical & Legal Action) की जा रही है।


संभावित राष्ट्रीय नेटवर्क

पुलिस और साइबर सेल को आशंका है कि यह फर्जी आधार कार्ड नेटवर्क (Fake Aadhaar Network) एक संगठित रैकेट का हिस्सा हो सकता है, जो देशभर में सक्रिय है। प्रारंभिक जांच में यह भी संकेत मिले हैं कि मध्य प्रदेश में ही एक हजार से अधिक फर्जी आधार मामलों (Fake Aadhaar Cases) का नेटवर्क काम कर सकता है।


Digital Identity System की सुरक्षा पर गंभीर सवाल

यह मामला देश में डिजिटल पहचान प्रणाली (Digital Identity System) की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। UIDAI और अन्य एजेंसियों को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत है ताकि आम नागरिकों की पहचान और सुरक्षा से कोई समझौता न हो।

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