केवल फोन से ही नहीं, गूगल से भी ऐपल की गजब कमाई, आंकड़े जान हैरान हो जाएंगे

नई दिल्ली: आई फोन (iPhone) के नाम से मशहूर मोबाइल फोन बनाने वाली अमेरिकी कंपनी ऐपल Apple को तो जानते ही होंगे। यह कंपनी आई पैड और लैपटॉप भी बनाती है। इसकी कमाई के कई जरिए हैं। इनमें गूगल से मिली राशि भी शामिल है। इस बात को तो सभी जानते हैं कि Apple और Google के बीच एक महत्वपूर्ण मोनेटरी एग्रीमेंट है। यह एग्रीमेंट Apple के iOS डिवाइस पर डिफ़ॉल्ट सर्च इंजन के रूप में Google की स्थिति सुनिश्चित करता है। इसके बदले गूगल कितने पैसे का भुगतान ऐपल को करता है, कोई भी कंपनी इसमें शामिल राशि का खुलासा नहीं करती है। लेकिन इस समय एक रिपोर्ट आई है कि गूगल की तरफ से ऐपल को हर साल 18 से 20 बिलियन डॉलर का भुगतान किया जाता है।क्या कहती है रिपोर्टसाल 2021 में, फाइनेंसियल एडवायजर बर्नस्टीन ने सुझाव दिया कि गूगल यथास्थिति बनाए रखने के लिए Apple को हर साल 10 बिलियन डॉलर का भुगतान कर रहा है। हालांकि, एक नए इनवेस्टर नोट में, विश्लेषक का दावा है कि Google का Apple को सालाना भुगतान अब $18 बिलियन से $20 बिलियन के बीच है। सबसे पहले द रजिस्टर द्वारा बर्नस्टीन ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की गई थी, जिसमें Google के खिलाफ अमेरिकी सरकार के चल रहे अविश्वास परीक्षण antitrust trial के Apple के लिए संभावित निहितार्थों का आकलन किया गया। इसमें न्याय विभाग ने Apple के साथ Google के सूचना सेवा समझौते (ISA) को सबूत के रूप में माना कि इसका सर्च इंजन पर एकाधिकार है।कमाई का कितना देना पड़ता हैबर्नस्टीन का कहना है कि Google अपनी ट्रैफ़िक अधिग्रहण लागत (टीएसी) के तहत कुल विज्ञापन राजस्व का 22 प्रतिशत भुगतान करता है और अनुमान है कि ऐप्पल को इसका लगभग 40 प्रतिशत प्राप्त होने की संभावना है। बर्नस्टीन ने अपने आंकड़े एप्पल की सार्वजनिक फाइलिंग के साथ-साथ Google की ट्रैफ़िक अधिग्रहण लागतों के निचले स्तर के विश्लेषण पर आधारित किए हैं। DoJ ने परीक्षण में कहा है कि उसे लगता है कि Apple को Google के साथ ISA से लगभग 10 बिलियन डॉलर मिलते हैं, हालाँकि इसकी जानकारी बाहरी स्रोतों से आती है।सौदा हुआ होता तो!पिछले महीने ही जांच से पता चला था कि Microsoft अपने बिंग सर्च इंजन को Apple को बेचने पर विचार कर रहा था। यदि यह सौदा हुआ होता, तो बिंग ऐप्पल के डिवाइसों पर डिफ़ॉल्ट खोज इंजन के रूप में Google की जगह ले लेता। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी संभावना है कि Google केस हार सकता है, जिससे Apple का यह समझौता, जो एक दशक से चला आ रहा है, खतरे में पड़ जाएगा। हालांकि, मामले में अगले साल से पहले कोई फैसला आने की उम्मीद नहीं है, और संभावना यह है कि लंबी अपील प्रक्रिया के कारण कार्यवाही को बढ़ाया जाएगा।