आउट हुए बिना मैदान से बाहर गए यशस्वी जायसवाल, क्या आज कर पाएंगे बैटिंग? जानिए नियम

राजकोट: ने राजकोट टेस्ट के तीसरे दिन इंग्लिश टीम का परिचय ‘जायसबॉल’ से कराया। दूसरी पारी में अमूमन अतिरिक्त सतर्कता के साथ बल्लेबाजी करने वाले यशस्वी ने वैसी ही शुरुआत की। उन्होंने अपने पहले 73 गेंद पर 35 रन बनाए। लेकिन इसके बाद उन्होंने विपक्षी खेमे में खलबली मचा दी। देखते देखते 88 गेंद पर उनके नाम 101 रन दर्ज हो चुके थे। 35 रन से अपने शतक तक पहुंचने के लिए उन्होंने सिर्फ 28 गेंद लिए।रिटायर्ड हर्ट हुए यशस्वीरिटायर्ड हर्ट होकर पविलियन लौटने से पहले यशस्वी 133 गेंद पर 104 रन बनाए, जिसमें 9 चौके और पांच छक्के शामिल रहे। टेस्ट में यशस्वी के अटैकिंग खेल का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वह अपना सिर्फ सातवां टेस्ट ही खेल रहे हैं और उनके नाम 18 सिक्स हो चुके हैं। सीरीज में यशस्वी का यह दूसरा शतक है और वह 400 से ज्यादा रन बना चुके हैं।क्या दोबारा बैटिंग कर पाएंगे?सभी के मन में यही सवाल है कि क्या यशस्वी को दोबारा बैटिंग की अनुमति मिलेगी। क्रिकेट के नियम के अनुसार अगर बल्लेबाज चोटिल होकर मैदान से बाहर जाता है तो उसे दोबारा बैटिंग की अनुमति मिलती है। अगर यशस्वी बिना चोटिल हुए बाहर जाते तो बैटिंग करने नहीं आ पाते। 2019 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल के दौरान शुभमन गिल भी न्यूजीलैंड के खिलाफ रिटायर्ड हर्ट हुए थे। बाद में वह बल्लेबाजी करने मैदान पर आ गए थे। ऐसे में यशस्वी आज फिट होते हैं तो बैटिंग करने उतरेंगे। भारत की बढ़त 300 से ज्यादा की इंग्लैंड ने दूसरे दिन के आखिरी सेशन में जैसी आक्रामक बल्लेबाजी की, उसे वे तीसरे दिन के पहले सेशन में बरकरार नहीं रख सके। इसका फायदा टीम इंडिया को मिला और पहले सेशन में 83 रन के एवज में तीन विकेट निकाल कर वह हावी हो गई। भारतीय बोलर्स ने दूसरे सेशन में बाजबॉल के हौवे को शांत करते हुए पांच विकेट निकाले और इंग्लैंड की पारी को सिर्फ 319 रन पर समेट दिया और फिर बोर्ड पर दो विकेट पर 196 रन टांग कर अपनी कुल बढ़त 322 रन तक पहुंचा दी।