प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को त्रिपुरा में कांग्रेस-मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनों दल केरल में कुश्ती लड़ते हैं और त्रिपुरा में दोस्ती करते हैं। मोदी ने क्षेत्रीय पार्टी टिपरा मोथा पर सीधे तौर पर हमला करते हुए दावा किया कि कई अन्य दल भी इनडायरेक्टली विपक्षी गठबंधन की मदद कर रहे हैं, लेकिन उन्हें दिया गया हर वोट त्रिपुरा को कई साल पीछे ले जाएगा।
प्रधानमंत्री ने गोमती जिले के राधाकिशोरपुर में एक चुनावी रैली में कहा कि कुशासन के पुराने खिलाड़ियों ने ‘चंदा’ के लिए हाथ मिला लिए हैं। केरल में ‘कुश्ती’ लड़ने वालों ने त्रिपुरा में ‘दोस्ती’ की है। उन्होंने कहा कि विपक्ष वोटों को बांटना चाहता है। कुछ छोटी ‘वोट कटवा’ पार्टियां अपनी कीमत पाने की आस में चुनाव नतीजों का इंतजार कर रही हैं। खरीद-फरोख्त के सपने देखने वालों को अभी से ही घरों में बंद कर दो।
इससे पूर्व दिन में मोदी ने धलाई जिले के अंबासा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि वाम मोर्चा और कांग्रेस पार्टी की सरकारों ने जनजातीय लोगों के बीच विभाजन पैदा किया, जबकि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने ‘ब्रू’ जनजाति सहित अन्य समुदायों की समस्याओं को सुलझाने के लिए काम किया।
उन्होंने कहा कि बीजेपी देशभर में जनजातीय समुदायों के उत्थान के लिए काम कर रही है। हमने मिजोरम से विस्थापित हुए 37,000 से अधिक ‘ब्रू’ लोगों का त्रिपुरा में पुनर्वास किया है। हमारी सरकार ने उच्च शिक्षा में आदिवासी भाषा ‘कोकबोरोक’ को शामिल किया है।
डबल इंजन’ की सरकार को वोट देने की अपील मोदी ने कहा कि केंद्रीय बजट में केंद्र की बीजेपी सरकार ने आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए एक लाख करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एक वाम शासित राज्य में, बहुत से लोग कोरोना वायरस से पीड़ित हुए और उनकी मौत हो गई, लेकिन त्रिपुरा सुरक्षित था, क्योंकि बीजेपी ने लोगों के जीवन की रक्षा के लिए काम किया।
मोदी ने लोगों से पूर्वोत्तर राज्य के विकास को जारी रखने के लिए ‘डबल इंजन’ की सरकार को वोट देने की अपील की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और वाम दल की दोधारी तलवार से सावधान रहें, वे लोगों को लाभ पहुंचाने वाली सभी योजनाओं को रोकना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और वाम दल केवल लोगों को धोखा देना जानते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि लोगों को उनके वर्षों के कुशासन का खामियाजा भुगतना पड़ा है।
मोदी ने कहा कि दोनों पार्टियां चाहती हैं कि गरीब, गरीब ही रहें। इन दलों ने कभी भी गरीबों के दर्द को नहीं समझा। मोदी ने कहा कि माकपा के कार्यकर्ता पुलिस थानों को नियंत्रित किया करते थे, जबकि बीजेपी ने राज्य में कानून का शासन स्थापित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि बीजेपी ने त्रिपुरा को भय के माहौल और ‘चंदे’ की संस्कृति से मुक्त कर दिया है।
मोदी ने राज्य के विकास के लिए अपनी सरकार द्वारा की गई पहलों का उल्लेख करते हुए कहा कि केंद्र की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति से त्रिपुरा की अर्थव्यवस्था को व्यापक लाभ होगा और यह राज्य जल्द ही दक्षिण पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बन जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि त्रिपुरा में शांति का माहौल है और रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार ने पूर्वोत्तर के लिए बजट आवंटन कई गुना बढ़ा दिया है।