
दीपावली से ठीक एक दिन पहले अयोध्या के सरयू तट पर दीपोत्सव का आयोजन किया गया था। पीएम मोदी ने पहला दीप जलाकर इसका आगाज किया। उन्होंने के आगाज के बाद सरयू का किनारा दीपों से जगमगा उठा। इसके बाद शानदार लेजर शो ने लोगों का मन मोह लिया। लेजर शो के जरिए संगीत से सजी राम कथा का प्रस्तुतीकरण किया गया। इसके बाद लता मंगेशकर के ‘ठुमक चलत रामचंद्र’ गीत प्रस्तुत कर स्वर कोकिला को श्रद्धांजलि दी गई। फिर रघुपति राघव राजाराम और गायक उदित नारायण की आवाज में मंगल भवन अमंगल हारी जैसे गीतों पर लोग झूमते रहे। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी भी मंत्रमुग्ध होकर पूरा कार्यक्रम देखते रहे।
अयोध्या के तट पर इस बार 15 लाख 76 हजार दीये जले और इसके साथ ही अयोध्या ने इतिहास रच दिया। एख बार फिर अयोध्या का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कर लिया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक बार फिर सर्टिफिकेट सौंपा गया। इसके पहले क्षिप्रा घाट का नाम इसके लिए वर्ल्ड रेकॉर्ड के तौर पर दर्ज था। उसने भी अयोध्या का रेकॉर्ड तोड़ा था। अयोध्या ने फिर अपना मुकाम हासिल कर लिया है।