वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को विश्व बैंक से झील, तालाबों, जलाशयों को पूर्व-स्तर पर लाने पर विशेष ध्यान देने के साथ जल प्रबंधन को लेकर सहयोगात्मक और समग्र दृष्टिकोण तलाशने को कहा।
सीतारमण ने यहां विश्व बैंक में प्रबंध निदेशक (संचालन) एन्ना बेर्डे और प्रबंध निदेशक तथा मुख्य वित्त अधिकारी अंशुला कांत के साथ अपनी बैठक के दौरान भारत के साथ बहुपक्षीय एजेंसी की भागीदारी और अन्य मुद्दों पर चर्चा की।
वित्त मंत्रालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि विश्व बैंक को झीलों और पनबिजली की बहाली एवं पुनर्वास पर विशेष बल देने के साथ जल प्रबंधन में व्यापक, सहयोगात्मक और समग्र रुख की संभावना टटोलनी चाहिए।’’
इस बैठक में सीतारमण ने कहा कि विश्व बैंक को बहुपक्षीय विकास बैंकों को मजबूत करने के लिए भारत की अध्यक्षता में जी-20 के तहत आईईजी (स्वतंत्र विशेषज्ञ समूह) की सिफारिशों को आगे बढ़ाने में नेतृत्व करना चाहिए। इसका कारण अन्य बहुपक्षीय विकास बैंक इस दिशा में पहल के लिए विश्व बैंक की ओर देखते हैं।
बेर्डे ने भारत की जी-20 अध्यक्षता और बहुपक्षीय विकास बैंकों (एमडीबी) में सुधार पर किए गए कार्यों की सराहना की।
वित्त मंत्री ने बुनियादी ढांचा निवेश ट्रस्ट का भी जिक्र करते हुए कहा कि कैसे विश्व बैंक सड़क जैसे बुनियादी ढांचा क्षेत्रों में इसकी संभावना तलाश सकता है।