उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सिल्क्यारा टनल में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने की कवायद जारी है। कुछ ही पलों में टनल से मजदूरों को बाहर निकालने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। रेस्क्यू टीमों ने टनल में रैट होल माइनिंग और सुरंग के ऊपर से वर्टिकल ड्रिलिंग कर मजदूरों को बाहर निकालने का रास्ता तैयार कर लिया है। रेस्क्यू टीमों ने मजदूरों के परिवार से उनके कपड़े और बैग भी तैयार रखने को कहा है। जिस पर मजदूर टनल से बाहर निकलेंगे उन्हें एंबुलेंस के जरिए तत्काल अस्पताल लेकर जाया जाएगा। टनल के अंदर ही एंबुलेंस ले जाई जा चुकी है। टनल के बाहर निकलने के लिए उत्तरकाशी के चिनियालीसौड़ कस्बे में चिनूक हेलिकॉप्टर तैनात किए गए हैं। आपात स्थिति से निपटने के लिए चिनूक अस्पताल तैनात किए गए है। अगर किसी मजदूर की तबियत अधिक बिगड़ती है तो उसे तत्काल देहरादून और ऋषिकेश में शिफ्ट किया जाएगा। ऐसे निकाले जाएंगे मजदूरबीते 16 दिनों से लगातार सुरंग में फंसे मजदूरों को सुरंग से बाहर निकालने की तस्वीरें भी आने लगी है। तस्वीरों में एक पाइप दिख रहा है। इस पाइप के जरिए ही मजदूरों को बाहर निकाला जाएगा। जानकारी के मुताबिक रेस्क्यू ऑपरेशन के साथ ही सुरंग के अंदर की अस्थाई मेडिकल सुविधा बनाई गई है। फंसे हुए श्रमिक जैसे ही बाहर निकलेंगे वैसे ही उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली जाएगी। यहां डॉक्टरों और विशेषज्ञों की टीमें मौजूद है। श्रमिकों को जल्द बाहर निकाल लिया जाएगा: धामीउत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को कहा कि सिलक्यारा सुरंग के मलबे में से बचाव पाइप डालने का काम पूरा हो गया है और सुरंग में पिछले 16 दिन से फंसे हुए 41 मजदूरों को जल्द ही बाहर निकाल लिया जाएगा। बचाव कर्मियों ने सुरंग में मलबे में 60 मीटर तक ड्रिलिंग का काम मंगलवार दोपहर तक पूरा कर लिया। धामी ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘बाबा बौखनाग के अपार आशीर्वाद से, देश के करोड़ों नागरिकों की प्रार्थनाओं के फलस्वरूप और अभियान में लगीं बचाव एजेंसियों के अथक प्रयासों के कारण सुरंग में पाइप डालने का काम पूरा हो गया है और हमारे भाइयों को जल्द ही बाहर निकाल लिया जाएगा।’’ सुरंग का एक हिस्सा 12 नवंबर को ढह गया था और 41 मजदूर इसके अंदर फंस गए थे।