नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने आज दिल्ली मेयर चुनाव मामले पर सुनवाई करेगा। मंगलवार सुबह सीनियर एडवोकेट अभिषेक मनु सिंघवी ने चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली बेंच के सामने यह मामला उठाया और जल्द सुनवाई की मांग की।आम आदमी पार्टी की मेयर पद की उम्मीदवार शैली ओबेरॉय और अन्य की ओर से अर्जी दाखिल की गई है। एमसीडी मेयर चुनाव सोमवार को भी नहीं हो पाया था क्योंकि हंगामे के बाद सदन को स्थगित कर दिया गया था। यह तीसरी बार था जब मेयर चुनने के लिए सदन की बैठक हुई। आम आदमी पार्टी की ओर से सिंघवी ने यह मामला उठाया और कहा कि इसे मेरिट पर सुना जाना जरूरी है। उन्होंने दलील दी कि पीठासीन अधिकारी दो सदस्यों को वोटिंग से रोक रहे हैं क्योंकि उन्हें सेशन कोर्ट से तीन महीने की सजा हुई है। एमसीडी में दो महीने पहले चुनाव हो चुके हैं लेकिन लोकतंत्र की हत्या की जा रही है।मेयर चुनाव में रुकावट डालने पर AAP का प्रदर्शन आम आदमी पार्टी ने बार-बार मेयर के चुनाव में रुकावट डालने के विरोध में मंगलवार को बीजेपी कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान आम आदमी पार्टी के विधायकों, पार्षदों और कार्यकर्ताओं ने एलजी और बीजेपी के खिलाफ नारेबाजी की। आम आदमी पार्टी ने कहा कि अब वो इस मामले को सुप्रीम कोर्ट लेकर जाएगी। पार्टी का कहना है कि यह संघर्ष लंबा है और हम इसके लिए तैयार हैं। दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी दुनिया की सबसे छोटी पार्टी को कुचलना चाहती है। इसलिए अब हम दुनिया के सबसे मजबूत न्यायालय जाएंगे। अब हमें वहीं न्याय मिल सकता है। यह प्रदर्शन विधायक सौरभ भारद्वाज, दुर्गेश पाठक और कुलदीप कुमार के नेतृत्व में किया गया।सौरभ भारद्वाज ने कहा कि देश की सबसे बड़ी अदालत ने यह कहा कि किस तरह से बीजेपी गुंडागर्दी करके एमसीडी में अपनी सरकार बनाना चाहती है, जो कि गैरकानूनी और असंवैधानिक है। पीठासीन अधिकारी पर कंटेम्प्ट ऑफ कोर्ट का मामला बनता है। सोमवार को हाउस में पीठासीन अधिकारी ने हाईकोर्ट का एक ऑर्डर दिखाते हुए कहा कि इसके आधार पर वोट करेंगे। हकीकत तो यह है कि ऐसा कोई ऑर्डर मौजूद ही नहीं है। इस प्रकार झूठ बोलना कोर्ट का निरादर है। सौरभ ने कहा कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने पहले ही बता दिया था कि बीजेपी इस बार भी मेयर का चुनाव नहीं कराएगी और वही हुआ। इसका बड़ा सबूत यह है कि बीजेपी के अपने सांसद गौतम गंभीर, मनोज तिवारी हाउस में मौजूद नहीं थे। इसका मतलब साफ है कि यह सब पहले से तय था।एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि सोमवार को हाउस में पीठासीन अधिकारी ने कहा कि एल्डरमैन वोट करेंगे। आज तक के इतिहास में कभी भी एल्डरमैन ने वोटिंग नहीं की है। सबसे शर्म की बात यह है कि पीठासीन अधिकारी ने हाईकोर्ट के एक ऑर्डर की चर्चा करते हुई बोला कि इस ऑर्डर के आधार पर वोट करेंगे। सचाई तो यह है कि ऐसा कोई ऑर्डर मौजूद ही नहीं है। पीठासीन अधिकारी ने हाउस में झूठ बोला। देखा जाए तो इसके लिए वह जेल भी जा सकती हैं। हम एल्डरमैन की वोटिंग के लिए भी तैयार हो गए। फिर पीठासीन अधिकारी बोलीं कि तीनों चुनाव एकसाथ कराएंगे। हम उसके लिए भी तैयार हो गए। उन्हें लगा कि आम आदमी पार्टी वाले हर चीज के लिए तैयार हैं, तो उन्होंने कहा कि आप के कुछ ऐसे पार्षद और विधायक हैं जिनके खिलाफ एफआईआर दर्ज है, इनको बाहर निकालो। हम इसके लिए भी तैयार हो गए। इसके बाद बीजेपी के पार्षदों ने गाली-गलौज शुरू की जो सभी ने देखा।लोगों को गुमराह कर रही दिल्ली सरकार : बीजेपीएक महीने में तीसरी बार मेयर चुनाव टलने पर मंगलवार को बीजेपी ने आम आदमी पार्टी कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व दिल्ली बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने किया। इस मौके पर दिल्ली विधानसभा में नेता विपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी, सांसद रमेश बिधूड़ी, सांसद प्रवेश साहिब सिंह मौजूद रहे।सचदेवा ने कहा कि मेयर चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी ज्यादती पर उतर गई है। पार्टी के पार्षद व नेता कभी पीठासीन अधिकारी का माइक छीन लेते हैं, तो कभी डाइस पर चढ़कर हंगामा करते हैं। बीजेपी की महिला पार्षदों के साथ भी बदतमीजी की जा रही है, लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा। वहीं रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि आम आदमी पार्टी के पार्षद, बीजेपी महिला पार्षदों के साथ बदतमीजी और गाली-गलौज कर रहे हैं। ऐसा करना अमर्यादित है। मुख्यमंत्री लगातार दिल्ली की जनता को इस मुद्दे पर भ्रमित कर रहे हैं। सांसद रमेश बिधूड़ी ने भी दिल्ली सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार जनता को गुमराह कर रही है। मेयर का चुनाव भी आम आदमी पार्टी नहीं होने दे रही है। ऐसा इसलिए कि कहीं मेयर का रुतबा उनसे बड़ा न हो जाए। प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि यह सभी चाहते हैं कि दिल्ली को नया मेयर मिले, लेकिन आम आदमी पार्टी ऐसा होने ही नहीं दे रही है। प्रदर्शन में बीजेपी की मेयर प्रत्याशी रेखा गुप्ता, डिप्टी मेयर प्रत्याशी कमल बागड़ी व स्थायी समिति चेयरमैन प्रत्याशी कमलजीत सहरावत शामिल रहीं।