नई दिल्ली: अजिंक्य रहाणे अपने करियर में नई जान फूंकने की कोशिश में लगे हैं लेकिन उनके सामने चुनौती बहुत बड़ी होगी। उन्हें उस इंग्लैंड की परिस्थितियों में खुद को साबित करना होगा, जहां पूरे टेस्ट करियर के दौरान उनका प्रदर्शन किसी भी अन्य देश के खिलाफ सबसे खराब रहा है। भारत के इस मध्यक्रम के बल्लेबाज रहाणे 18 महीने के लंबे इंतजार के बाद भारत की तरफ से अपना पहला टेस्ट मैच खेलने के लिए तैयार हैं और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सात जून से शुरू होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में उनके लिए ‘करो या मरो’ जैसी स्थिति हो सकती है।इलेवन में जगह लगभग तयटी20 फॉर्मेट से पांच दिवसीय प्रारूप में ढल रहे रहाणे चीजों को सरल बनाए रखना चाहते हैं और उन्हें उम्मीद होगी कि जिस शानदार टाइमिंग से उन्होंने आईपीएल में रन बनाए, वह लंदन में भी उनके साथ बनी रहेगी। रहाणे का भारत के अंतिम एकादश में जगह बनाना लगभग तय है। यदि श्रेयस अय्यर चोटिल नहीं होते तो फिर रहाणे के लिए वापसी करना मुश्किल होता। अय्यर मध्यक्रम में खुद को साबित कर चुके हैं और ऐसे में रहाणे जब ओवल में क्रीज पर उतरेंगे तो उनके लिए करो या मरो जैसी स्थिति होगी।ओवल पर नहीं खुला था खातारहाणे ने अपने टेस्ट करियर के दौरान इंग्लैंड में 15 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें बहुत सफल नहीं रहे हैं। इंग्लैंड में रहाणे का यह औसत किसी भी अन्य देश में उनके टेस्ट औसत के मुकाबले कम है। हालांकि, इससे ज्यादा परेशान करने वाला आंकड़ा यह है कि जब पिछली बार रहाणे ओवल में टेस्ट खेलने उतरे थे तो अपनी अंतिम पारी में वह खाता भी नहीं खोल सके थे। इंग्लैंड में पिछला टेस्ट रहाणे ने ओवल पर ही खेला था। इंग्लैंड के खिलाफ उस टेस्ट की पहली पारी में वह 14 रन बनाकर कैच आउट हो गए थे, जबकि दूसरी में आठ गेंद खेलने के बाद खाता खोले बगैर क्रिस वोक्स की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट हो गए थे। इन आंकड़ों के बीच राहत देने वाली बात यह है कि रहाणे का बल्ला ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खूब चला है और ऑस्ट्रेलिया ही एकमात्र टीम है जिसके खिलाफ उन्होंने टेस्ट में एक हजार से ज्यादा रन बनाए हैं।डोमेस्टिक में किया अच्छारहाणे और चेतेश्वर पुजारा को 2022 के शुरू में साउथ अफ्रीका से सीरीज गंवाने के बाद बाहर कर दिया गया था। पुजारा ने काउंटी क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करके पहले ही राष्ट्रीय टीम में वापसी कर ली थी। अब तक 82 टेस्ट मैच खेल चुके रहाणे को राष्ट्रीय टीम में वापसी के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। उन्होंने रणजी ट्रोफी और हाल में आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करके राष्ट्रीय टीम में वापसी की। आगे की सीरीज के लिए भी टीम में अपना स्थान बनाए रखने के लिए रहाणे के लिए यह एकमात्र मौका हो सकता है। यहां खराब प्रदर्शन एक बार फिर उन्हें टीम इंडिया से बाहर का रास्ता दिखा सकता है। उनकी कप्तानी में भारत ने 2021 में ऑस्ट्रेलिया को उसकी धरती पर हराया था। तब उन्होंने अपने खेत और नेतृत्व कौशल से काफी प्रभावित किया था। ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम के खिलाफ रहाणे अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं। यह अलग बात है कि उनके प्रदर्शन में निरंतरता का अभाव रहा है जिसके कारण उनका टेस्ट औसत 38.52 है।रहाणेमैचरन हाईएस्ट स्कोरऔसत50/100ओवरऑल82 4931 188 38.52 25/12इंग्लैंड में 15 729 103 26.03 5/1द ओवल पर 3 55 37 9.16 0/0