स्वास्थ्य विभाग ने जारी किए निर्देश
स्वास्थ्य विभाग ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि वे कोविड पॉजिटिव मामलों के सैंपल को INSACOG जीनोम सीक्वेंसिंग प्रयोगशालाओं (IGSLs) लैब में भेजें। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को राज्यों को लिखे पत्र में कहा कि इससे देश में फैलने वाले कोरोना के नए वेरिएंट का समय से पता चल सकता है और इसको फैलने से रोकने के जरूरी प्रयास किए जा सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग के निर्दश के बाद कई लोगों का मानना है कि आज होने वाली समीक्षा बैठक के बाद भारत में कोविड प्रतिबंध वापस आ सकते हैं। शुरुआती तौर पर अमेरिका, साउथ कोरिया, ब्राजील और चीन जैसे देशों से यात्रा पर रोक लग सकती है।
चीन में श्मशान घाट में शवों को नहीं मिल रही जगह
बता दें कि पड़ोसी देश चीन में इन दिनों ने तबाही मचा रखी है। जब से चीनी सरकार ने जीरो कॉविड पॉलिसी में ढील दी है, तब से वहां कोरोना मामलों में विस्फोटक वृद्धि हुई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन के अस्पताल में मरीजों को जगह नहीं मिल रही है। हालात इतने खराब है कि कई शहरों में मुर्दाघर में भी लंबी लाइनें लगी हुई हैं। मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि देश में एक बार फिर से कोरोनावायरस के अप्रत्याशित प्रसार के कारण चीन के अस्पतालों में भीड़ है और श्मशान घाट शवों से भरे हुए हैं।
दुनिया में कोरोना की नई लहर दे सकती है दस्तकचीन के कई शहरों में अस्पतालों और हेल्थ केयर क्लीनिक के बाहर लंबी कतारें लगी हैं। लोग नए इमरजेंसी हेल्थ केयर सेंटर खोलने की मांग कर रहे हैं। कई जगह हाथापाई और हिंसा की भी खबरें सामने आईं, क्योंकि अधिकारियों ने चीन में 5 लोगों की मौत की बात कही। करीब तीन साल बाद जनता के भारी विरोध के बाद हाल ही में चीन ने जीरो कॉविड पॉलिसी को हटाया। चाइनीज सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के एक अधिकारी जू वेनबो ने बताया कि कोरोना के नए म्यूटेशन ने लोगों की चिंताओं को कम किया। जू ने कहा, “नए वेरिएंट से बचने के लिए इम्युनिटी बढ़ाने पर ध्यान दिया जा रहा है। लेकिन कोरोना के नए वेरिएंट ज्यादा संक्रामक हो सकता हैं। लेकिन इससे खतरा होने की संभावना कम है। इस बीच, चीन के स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा है कि एक विस्फोटक कोरोना की लहर जल्द ही दुनिया में दस्तक दे सकती है। इससे पूरी आबादी का करीब 10 प्रतिशत हिस्सा संक्रमित हो सकता है।