क्‍या 8 से 10 महीने जेल में रहेंगे मनीष सिसोदिया? गिरफ्तारी से पहले का वो वीडियो वायरल

नई दिल्‍ली: देश में राजनी‍तिक सरगर्मी तेज हो गई है। रविवार को दिल्‍ली के डिप्‍टी सीएम मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद हलचल बढ़ी है। सोमवार को सीबीआई ने सिसोदिया को राउज एवेन्‍यू कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उन्‍हें पांच दिन के लिए सीबीआई की हिरासत में भेज दिया। 4 मार्च तक सिसोदिया अब सीबीआई कस्‍टडी में ही रहेंगे। इस बीच उनका एक वीडियो वायरल हो गया है। यह गिरफ्तारी से ठीक पहले का है। इसमें सिसोदिया यह कहते हुए दिख रहे हैं कि उन्‍हें 8 से 10 महीने जेल में रहना पड़ सकता है। वीडियो से यह भी साफ हो जाता है कि सिसोदिया को पहले से ही पता था कि उन्‍हें सीबीआई गिरफ्तार कर लेगी। आम आदमी पार्टी (AAP) ने भी सीबीआई की पूछताछ से पहले ही यह ऐलान कर दिया था कि सिसोदिया गिरफ्तार होने वाले हैं। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है। क्‍या वाकई सिसोदिया कई महीने जेल में रहेंगे? सीबीआई की पूछताछ से पहले मनीष सिसोदिया ने आम आदमी पार्टी के समर्थकों को संबोधित किया था। इसमें सिसोदिया ने आशंका जताई थी कि उन्‍हें 8 से 10 महीने जेल में रखा जा सकता है। उन्‍हें जेल इसलिए भेजा जा रहा है क्‍योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (BJP) आप से डरते हैं। आप ही बीजेपी को खत्‍म कर सकती है। क्‍या-क्‍या बोले थे ड‍िप्‍टी सीएम? डिप्टी सीएम बोले थे, ‘अरविंद जी लगे रहिए। आपको देश की बहुत सेना करनी है। हो सकता है कि 8-10 महीने मुझको जेल में रहना पड़े। लेकिन, आप देश की सेवा लगे रहिए। हमें आपके ऊपर बहुत नाज है। ये सारी जेल की साजिशें इसलिए रची जा रही हैं क्‍योंकि इन्‍हें अरविंद केजरीवाल से डर लगता है।’ सिसोदिया ने आगे यह भी कहा था कि आज नरेंद्र मोदी जी को राहुल गांधी से डर नहीं लगता है। देश के किसी और नेता से भी उन्‍हें डर नहीं लगता है। उन्‍हें केवल और केवल अरविंद केजरीवाल से डर लगता है। आज कश्‍मीर से कन्‍याकुमारी तक एक आवाज है कि बीजेपी का काल तो आप ही बनेगी। सिसोदिया को रविवार को क‍िया गया था ग‍िरफ्तार सीबीआई ने 2021-22 की आबकारी नीति को लागू करने में भ्रष्टाचार के सिलसिले में रविवार शाम सिसोदिया को गिरफ्तार किया था। यह पॉलिसी अब रद्द की जा चुकी। उन्‍हें सोमवार को विशेष अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने सिसोदिया को पांच दिन के लिए सीबीआई की हिरासत में भेजा दिया। अदालत में एक घंटे से ज्‍यादा समय तक चली सुनवाई के दौरान सिसोदिया के वकील ने कहा कि उपराज्यपाल ने आबकारी नीति में बदलावों को मंजूरी दी थी। लेकिन, केंद्रीय जांच एजेंसी निर्वाचित सरकार के पीछे पड़ी हुई है।