गुरुग्राम: सेक्टर 109 स्थित चिंटल पैराडिसो के B, C और H टावर रहने के लिहाज से सुरक्षित हैं या नहीं, इसका पता अगले 10 दिन के अंदर चल जाएगा। गुरुग्राम जिला प्रशासन ने IIT दिल्ली को इन तीनों टावर की लैब टेस्ट रिपोर्ट भेजी हुई है। ऐसे में कभी भी इनकी स्ट्रक्चरल ऑडिट रिपोर्ट आने की उम्मीद है। J टावर की स्ट्रक्चरल ऑडिट रिपोर्ट आने में समय लगेगा, क्योंकि अभी तक श्रीराम लैब ने इस टावर की लैब टेस्ट रिपोर्ट जिला प्रशासन को नहीं सौंपी गई है। अगले सप्ताह टेस्ट रिपोर्ट आने की उम्मीद है, जिसे जिला प्रशासन की तरफ से आईआईटी दिल्ली को भेजा जाएगा। चिंटल पैराडिसो में 9 रिहायशी टावर बने हैं। इनमें A, D, E, F और G टावर की स्ट्रक्चरल ऑडिट रिपोर्ट आ चुकी है।ITI दिल्ली ने D, E, F और G टावर को रहने के लिहाज से असुरक्षित घोषित कर दिया है, जबकि A टावर का स्ट्रक्चरल ऑडिट हर साल करने के दिशा-निर्देश अपनी रिपोर्ट में दिए हैं। अब B, C, H और J टावर की स्ट्रक्चरल ऑडिट रिपोर्ट आना बाकी रह गई है।क्या आया जांच रिपोर्ट मेंस्ट्रक्चरल ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक कंकरीट में क्लोराइड की मात्रा बहुत अधिक है। जंग लगने के कारण इसके निर्माण में इस्तेमाल की गई स्टील खराब हालत में है। इस सेक्टर में जमीन का पानी बेहद खारा है, यह कंकरीट में क्लोराइड होने का बड़ा कारण है।184 परिवार रह रहे इन चारों टावर मेंB, C, H और J टावर में मौजूदा समय में करीब 184 परिवार रह रहे हैं। B और C टावर में 64-64 फ्लैट्स हैं, जिसमें क्रमश: 60 और 58 परिवार रह रहे हैं। H टावर में 52 फ्लैट्स हैं, जिसमें 18 परिवार रह रहे हैं। वहीं J टावर में करीब 48 परिवार रह रहे हैं। इसमें 52 फ्लैट्स हैं।E और F टावर के परिवारों को जारी किए जाएंगे नोटिसटाउन एंड कंट्री प्लानिंग डिपार्टमेंट के डीटीपीई मनीष यादव ने बताया कि E और F टावर को खाली करने के आदेश जारी किए जा चुके हैं। अभी चार परिवारों ने इन फ्लैट्स को खाली नहीं किया है। मंगलवार को इन्हें नोटिस जारी किए जाएंगे, यदि फिर भी फ्लैट को खाली नहीं करते हैं तो डीएमए (डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट) के तहत विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इस एक्ट में एफआईआर का प्रावधान है।