अहमदाबाद: गुजरात के पाटीदार नेता को अगले महीने बीजेपी में शामिल हुए एक साल पूरा हो जाएगा। पिछले साल मई महीने में हार्दिक पटेल ने कांग्रेस छोड़ दी थी और फिर कुछ दिनों के इंतजार के बाद केसरिया धारण किया था। हार्दिक पटेल अब बीजेपी के विधायक है और वीरगमाम को मॉडल विधानसभा कैसे बनाया जाए? इसको लेकर काम कर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने अपने लोक संपर्क कार्यालय का शुभारंभ किया। इस मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और प्रदेश अध्यक्ष दोनों पहुंचे, लेकिन कार्यालय के उद्घाटना के एक तस्वीर और पाटिल के बयान को लेकर खूब चर्चा जारी है? राजनीतिक हलकों में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल के बयान के अलग-अलग मतलब निकाले जा रहे हैं। इनमें यह भी कहा जाता है कि अनुशासन को सर्वोपरि रखकर संगठन चलाने वाले पाटिल ने हार्दिक पटेल को चेतावनी दी और हंसते-हंसते निशाना भी साध दिया। हार्दिक ने दी थी हनुमान की मूर्ति विधायक के जनसेवा कार्यालय के शुभारंभ के मौके पर पाटिल वीरमगाम पहुंचे थे। इस मौके पर हार्दिक पटेल ने सीआर पाटिल को हनुमान जी की मूर्ति भेंट की थी, लेकिन कार्यक्रम में संबोधन के दौरान पाटिल ने हनुमान यानी बजरंग बली की मूर्ति का जिक्र करके एक टिप्पणी की और कहा इन्होंने मुझे हनुमान की मूर्ति दी है, लेकिन अब इतना पक्का है कि ये हनुमान की तरह उछल-कूद नहीं करेंगे। पाटिल के इस बयान को लेकर राजनीतिक हलकों में खूब चर्चा हो रही है। कि क्या पाटिल ने हार्दिक काे नसीहत दी या फिर उन पर निशाना साधा। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल काफी बेबाक बोलते हैं। जब से उन्होंने राज्य बीजेपी की कमान संभाली है तब से वह पार्टी में अनुशासन के साथ कोई समझौता नहीं कर रहे हैं। वे पहले भी कई मौकों पर अपने सख्त अंदाज दिखा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने काटा था फीता हार्दिक पटेल के कार्यालय के उद्घाटन के मौके पर मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल पहुंचे थे। उन्होंने ही फीताकाटकर कार्यालय का शुभारंभ किया था, लेकिन कार्यक्रम के कई दिन बाद बजरंगबली की मूर्ति देने वाली फोटो और पाटिल के बयान पर राजनीति गर्म है। यह तस्वीर खूब वायरल भी हो रही है। गुजरात में बीजेपी को बड़ी जीत दिलाने वाले पाटिल का हाल के दिनों में कद काफी ज्यादा बढ़ा है। पिछले दौरे में भी पीएम मोदी ने पाटिल की प्रशंसा की थी और कहा कि नवसारी के पाटिल देश में सबसे अधिक मतों से जीतने वाले सांसद हैं। तो वहीं हार्दिक पटेल की उम्र भले कम हैं लेकिन वे एक राष्ट्रीय पहचान रखते हैं। ये हार्दिक ही थे जिन्होंने उग्र विरोध बीजेपी को 2017 में चुनाव में दो अंकों पर रोक दिया था, हालांकि कांग्रेस में काम करने का मौका नहीं मिलने का आरोप लगाकर उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी। हार्दिक पटेल जब चुनाव लड़े थे तो उनके प्रचार के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और असम के मुख्यमंत्री हेमंत विस्वा सरमा ने रोड शो और सभा की थी।