
कांग्रेस बनाम ऑल
सुबह सबसे पहले हमारी टीम उधना विधानसभा क्षेत्र पहुंची। तो यहां पर सूरत से उधना जाने वाली बीआरटीएस रोड पर कांग्रेस प्रत्याशी धनसुख राजपूत के कार्यालय पर गहमगहमी दिखी। प्रचार गाड़ियों के कार्यकर्ता सवार होकर निकल रहे थे, तो वहीं दूसरी ओर कार्यालय में चाय-नाश्ता चल रहा था। भीतर महिला की एक टीम मौजूद थी। इन महिलाओं ने पंपलेट और दूसरी प्रचार सामग्री ली और जनसंपर्क को निकल गई। हमारी टीम को सूचना मिली कि कांग्रेस के प्रत्याशी धनसुख राजपूत कुछ देर में यहां आ रहे हैं तो हमने उनका इंतजार किया। हमने उनसे पूछा कि आप 2012 में लड़े थे आप को अच्छे वोट मिले थे, लेकिन आप जीत नहीं पाए थे। तो उन्होंने कहा कि उस मुकाबले की बात अलग थी। तब मेरा मुकाबला बेहद अच्छी छवि रखने वाले नरोत्तम भाई पटेल हुआ था, इस बार जो कैंडिडेट हैं वे हमारे साथी रह चुके हैं। उन्होंने कहा इस बार का चुनाव कांग्रेस बनाम ऑल हो गया है। धनसुख राजपूत ने कहा कि कांग्रेस के सामने बीजेपी समेत 9 प्रत्याशी हैं।
आप बीजेपी की बी-टीम है
धनसुख राजपूत ने कहा कि यह तो जगजाहिर है कि आम आदमी पार्टी (आप) बीजेपी की बी टीम है। आम आदमी पार्टी कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने के लिए है। बाकी दूसरे प्रत्याशी भी इसीलिए खड़े किए गए हैं, ताकि बीजेपी विरोधी वोट बंट जाएं। धनसुख राजपूत ने कहा कि जनता बहुत समझदार है। वह सब देख रही है कि ये इतने प्रत्याशी क्यों खड़े हैं?
17000 लोग भरकर जाते हैं
धनसुख राजपूत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने उत्तर भारतीय समुदाय का ख्याल रखा और उन्हें टिकट दिया है। राजपूत ने कहा कि योगी वोट मांगने आते हैं, लेकिन यहां पर रहने वाले समुदाय को जब उत्तर प्रदेश जाना होता है तो बहत तकलीफ होती है। 1700 लोगों की क्षमता वाले ट्रेन में 17000 लोग बैठकर जाते हैं, धनसुख ने कहा मोबाइल डाटा से थोड़े ही लोगों को पेट भरता है। अगर वे जीते तो सबसे पहले उधना विधानसभा में आने वाली खाड़ियां यहीं गिरती हैं, उनसे लोगों को दिक्कत न हो इस दिशा में काम करूंगा और जो सरकारी स्कूल बंद किए गए हैं, उनकी जगह पर अच्छे स्कूल खोलूंगा।
कांग्रेस ने बेच दिया टिकट
हम अभी धनसुखभाई राजपूत के कार्यालय से आगे बढ़े थे कि बीआरटीएस रोड पर जीतेगा भाई-जीतेगा भाई हाथी वाला जीतेगा शोर सुनाई पड़ा। तो देखा तो बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी अपने कार्यकर्ताओं साथ खुली गाड़ी में रोड शो करते हुए आगे बढ़ रहे थे। हमने उन्हें फॉलो और थोड़ी दूर चलने के बाद जब भीम नगर में काफिला रुका तो बसपा प्रत्याशी सुरेश सोनवणे से हमने बात की और पूछा कि सूरत तो बीजेपी का गढ़ है। यहां बसपा का क्या अस्तित्व है तो उन्होंने कहा कि गरीबों और दलित समाज की कोई सुनने वाला नहीं हैं। कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया, इसलिए बसपा से लड़ रहा हूं। जो भीम को लाए थे, हम उनको लाएंगे।
बीजेपी के साथ कपड़ा उद्यमी
पुराने सूरत से निकलकर हम पिपलोद पहुंचे। यह हमारी मुलाकात कपड़ा उद्यमी आशीषभाई गुजराती से हुई तो उन्होंने सूरत की टेक्सटाइल इंडस्ट्री से लेकर तमाम मुद्दों पर बात की। उन्होंने कहा कि सूरत शहर में उन्हें बीजेपी की स्थिति मजबूत दिखती है। हमने पूछा कि कपड़ा इंडस्ट्री में सूरत कहां खड़ा है तो उन्होंने कहा कि सूरत की टेक्सटाइल में मजबूती स्थिति है। सरकार का फोकस है, कुछ और फोकस हुआ तो यह शहर कई मामलों में चीन को भी टक्कर दे सकता है। उन्होंने टेक्सटाइल में सूरत की भागीदारी 65 फीसदी है। परंपरागत कपड़ा उत्पादन में ही नई नए पॉलिस्टर फैब्रिक के क्षेत्र में सूरत आगे बढ़ रहा है।
पांडेसरा में बनती मिली टोपियां
अशीष भाई गुजराती से मिलकर हम पांडेसरा पहुंचे। रविवार होने के कारण तमाम इडंस्ट्री बंद थी। हम लक्ष्मीपति साड़ी की मिल पहुंचे तो पिछले कुछ महीनों से बीजेपी की हॉट फेवरिट बनी नई टोपिंयां बनती हुई मिलीं। उत्तर प्रदेश के चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली यह टोपी पहनकर गुजरात पहुंचे और रोड शो में शामिल हुए। इसके बाद यह टोपी सुर्खियों में आई थी। हमने लक्ष्मीपति साड़ी के डायरेक्टर संजय सारावगी से बात की तो उन्होंने बताया कि वे अब तक 10 लाख से ज्यादा टोपियां बना चुके हैं। उन्होंने बताया कि इन टोपियों को बनाने का ऑर्डर ने उन्हें गुजरात बीजेपी से मिला था। इस टोपी को डिजाइन करने के लिए यहां के प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटिल करने के लिए कहा था। इसके बाद टोपी डिजाइन हुई और उसके मैटेरियल कलर और तमाम चीजों को फाइनल किया गया। संजय सारावगी ने कहा उनकी मिल में ज्यादा साड़ियां बनती हैं कोई विशेष ऑर्डर होने पर वे लेते हैं। उन्होंने बताया कि उनकी मिल में हर घर तिरंग अभियान में लिए 1 करोड़ तिरंगे बनाए गए थे।