चंडीगढ़ मेयर चुनाव मामले में क्या होगा खेला? क्यों लग रही है ऐसी अटकलें

चंडीगढ़: में अब नए खेला की अटकलें शुरू हो गई हैं। मेयर चुनाव में धांधली के बाद सुप्रीम कोर्ट ने नगर निगम की बैठकों पर रोक लगा दी थी और मेयर चुनाव को संपन्न कराने वाले अनिल मसीह के खिलाफ कार्रवाई की बात कही थी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हम लोकतंत्र की हत्या नहीं होने देंगे। ऐसे में जब सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को सुनवाई होनी है, तब अटकलें लग रही हैं कि आम आदमी पार्टी (आप) के तीन पार्षद बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। चंडीगढ़ में नहीं हैं पार्षद सूत्रों के हवाले से जो जानकारी सामने आ रही है उनके अनुसार आम आदमी पार्टी के तीन पार्षद चंडीगढ़ में नहीं है। वे किसी भी वक्त पर बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। इसके बाद बीजेपी के मेयर मनोज सोनकर इस्तीफा भी दे सकते हैं। दोबारा चुनाव होने की स्थिति में बीजेपी के पास बहुमत होगा। राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि ये तीन पार्षद जो चंडीगढ़ में नहीं है। वे बीजेपी के संपर्क में हैं। चंडीगढ़ मेयर चुनाव में बीजेपी के मनोज सोनकर की बड़ी जीत हुई थी। मेयर चुनाव में बीजेपी को मिले 16 वोट, आप कांग्रेस के उम्मीदवार को 12 वोट मिले थे। चुनाव में आठ वोट इनवैलिड हो गए थे। मेयर चुनाव का नतीजा आते ही पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह का वीडियो सामने आया था। इसमें उनके ऊपर बैलेट वोट को इनवैलिड करने का आरोप लगा था। आप ने इस मामले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। ऐसे में समझें चंडीगढ़ नगर निगम की स्थितकुल सीटें: 36बीजेपी: 14 +1 (किरण खेर, सांसद)आप: 13कांग्रेस: 7शिरोमणि अकाली दल: 1नॉमिनेट: 9 (वोट का अधिकार नहीं)बहुमत: 18अनिल मसीह को हटा चुकी है बीजेपी चंडीगढ़ नगर निगम डिप्टी कमिश्रर विनय प्रताप सिंह की तरफ से नॉमिनेट पार्षद अनिल मसीह को बीजेपी ने अपने अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ से हटा दिया है। बीजेपी ने यह कदम सुप्रीम कोर्ट की तरफ से कड़ी टिप्पणियां सामने आने के बाद उठाया है। पार्टी की तरफ से जो नई सूची जारी की गइ है। उसमें अनिल मसीह का नाम नहीं है।