तेहरान: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री हो गई है। दोनों नेताओं को लेकर जा रहा हेलीकॉप्टर रविवार को एक दुर्गम घाटी में क्रैश हो गया। बचावकर्मियों को हादसे की जगह तक पहुंचने में कई घंटे का समय लगा और किसी को भी बचाया नहीं जा सका। ईरान के दो अहम पदों पर बैठे नेताओं की मौत की वजह बने हादसे का कारण अज्ञात बना हुआ है। चीनी विशेषज्ञों ने कहा है कि घना कोहरा हादसे के लिए जिम्मेदार हो सकता है लेकिन साथ ही उन्होंने इस पर भी ध्यान दिलाया है कि ईरान फिलहाल घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्थिति का एक मुश्किल हालात का सामना कर रहा है। ये स्थिति हादसे के पीछे किसी साजिश की आशंका को भी जन्म देती है। हालांकि पर्यवेक्षकों का मानना है कि ईरान की राजनीतिक संरचना ऐसी है कि इस बड़े हादसे के बावजूद देश में अराजकता जैसी स्थिति नहीं आएगी और कामकाज सामान्य तौर पर चलता रहेगा।ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट कहती है कि ईरानी राष्ट्रपति रईसी ईरान के पूर्वी अजरबैजान प्रांत में यात्रा कर रहे थे। रविवार शाम को दुर्घटना ईरान की राजधानी तेहरान से करीब 600 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में अजरबैजान देश की सीमा पर स्थित शहर जोल्फा के पास हुई। हादसे के12 घंटे बाद सोमवार सुबह बचावर्मियों ने ड्रोन की मदद से हेलीकॉप्टर का मलबा देखा। चीन के विदेश मंत्रालय ने ईरानी राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर हादसे की खबर के बाद चिंता जहिर करते हुए कहा कि उनकी ओर से ईरान को सभी जरूरी मदद दी जाएगी।हादसे पर क्या बोले चीनी एक्सपर्टशंघाई इंटरनेशनल स्टडीज यूनिवर्सिटी के मिडिल ईस्ट स्टडीज इंस्टीट्यूट के प्रोफेसर लियू झोंगमिन ने ग्लोबल टाइम्स से कहा, फिलहाल ईरानी राष्ट्रपति के साथ हुए हादसे का कारण निर्धारित करना कठिन है। पहली नजर में घना कोहरा इसकी सीधी वजह लगता है लेकिन लियू ने ईरान वर्तमान में कई कठिन परिस्थितियों का सामना कर रहा है। खासतौर से इजरायल के साथ उसके हालिया संघर्ष और ईरानी परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फखरीजादेह की हत्या को देखते हुए इस घटना ने किसी ‘साजिश’ के संदेह की गुंजाइश भी छोड़ दी है। लियू ने आगे कहा, ‘मौसम की स्थिति खराब थी लेकिन पश्चिम और इजरायल के साथ ईरान के टकराव को देखते हुए यह दुर्घटना अजीब लगती है। बीते कुछ समय में लगातार सुरक्षा घटनाओं से जूझ रहे ईरान के साथ यह दुर्घटना हुई है। हालांकि इसका ये मतलब नहीं निकाला जा सकता है कि इसके पीछे ईरान के दुश्मनों का हाथ है।’ हादसे के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने टीवी पर एक संबोधन में कहा कि देश के ऑपरेशन में कोई व्यवधान नहीं होगा। वरिष्ठ अधिकारी अपना काम कर रहे हैं और मैंने उन्हें आवश्यक बिंदुओं और देश के सभी ऑपरेशनों पर सलाह दी है। सभी कुछ सुचारु और व्यवस्थित ढंग से चलता रहेगा।