5G सिग्नल से क्यों कांप रहे अमेरिका के प्लेन! हजारों फ्लाइट्स पर कैंसल और लेट होने का खतरा

नई दिल्ली: अमेरिका में हवाई यात्रियों के लिए एक नई मुश्किल पैदा हो सकती है। विमानों के लेट और कैंसल होने का खतरा बढ़ गया है। खराब मौसम के कारण पिछले हफ्ते करीब 9,000 फ्लाइट्स कैंसल करनी पड़ी थी और हजारों फ्लाइट्स तय समय पर नहीं उड़ पाई थीं। लेकिन अब 5जी नेटवर्क के कारण एक बार फिर विमानों की आवाजाही पर असर पड़ने की आशंका है। वायरलेस प्रोवाइडर देश के बड़े एयरपोर्ट्स के करीब नया 5जी सिस्टम लगा रहे हैं। एविएशन ग्रुप कई साल से चेतावनी दे रहे हैं कि 5जी सिग्नल्स से एयरक्राफ्ट के इक्विपमेंट प्रभावित हो सकते हैं। इससे खासकर रेडियो वेव्स का इस्तेमाल करने वाले उपकरणों के प्रभावित होने की सबसे ज्यादा आशंका है। इन उपकरणों से पता चलता है कि विमान कितनी ऊंचाई पर उड़ रहा है और लो विजिबिलिटी की स्थिति में विमानों के उतरने में इनकी अहम भूमिका है।पिछले साल जब टेलिकॉम कंपनियों ने 5जी नेटवर्क शुरू किया था तो इससे हजारों फ्लाइट्स प्रभावित हुई थीं। तब इन कंपनियों ने बिजी एयरपोर्ट्स के करीब सिग्नल्स की पावर को सीमित करने पर सहमति जताई थी। इससे एयरलाइन कंपनियों को अपने विमानों को अपग्रेड करने के लिए एक साल का समय मिल गया था। अमेरिका में पायलटों की सबसे बड़ी यूनियन के लीडर का कहना है कि क्रू 5जी के असर को हैंडल करने में सक्षम होंगे लेकिन जिस तरह वायरलेस लाइसेंस दिए गए हैं, उससे एविएशन के लिए अनावश्यक खतरा पैदा हो गया है।क्या है रेडियो अल्टीमीटरट्रांसपोर्टेशन सेक्रेटरी Pete Buttigieg ने हाल में कहा था कि फ्लाइट्स ऑपरेट करने में दिक्कत हो सकती है क्योंकि कुछ विमानों को अभी अपग्रेड नहीं किया गया है। हालांकि अधिकांश अमेरिकी एयरलाइन कंपनियों का कहना है कि वे इसके लिए तैयार हैं। अमेरिकन, साउथवेस्ट, अलास्का, फ्रंटियर और यूनाइटेड का कहना है कि उनके विमानों पर ऊंचाई को नापने वाले उपकरण रेडियो अल्टीमीटर्स लगे हैं और उन्हें 5जी सिग्नल्स से परेशानी नहीं होगी।