नीदरलैंड के खिलाफ क्यों 9 खिलाड़ियों को दी बॉलिंग, कप्तान रोहित शर्मा की सोच जान लीजिए

बेंगलुरु: भारतीय कप्तान ने में लगातार नौवीं जीत दर्ज करने बाद कहा कि टीम ने एक बार में एक मैच पर ही ध्यान लगाया और अलग अलग खिलाड़ियों ने जीत में योगदान दिया। भारत ने अंतिम लीग मैच में केएल राहुल (102 रन, 64 गेंद) और श्रेयस अय्यर (नाबाद 128 रन, 94 गेंद) के शतक की बदौलत चार विकेट पर 410 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया और नीदरलैंड को 160 रन से शिकस्त देकर लगातार नौवीं जीत हासिल की।रोहित शर्मा ने क्या कहा?रोहित शर्मा ने मैच के बाद कहा, ‘हमने टूर्नामेंट की शुरूआत से ही एक बार में एक मैच पर ध्यान लगाया। टूर्नामेंट में पूरे 11 मैच हैं इसलिये एक बार में एक मैच पर ध्यान लगाना अहम था। हमने कभी भी ज्यादा आगे के बारे में नहीं सोचा। हम अलग स्टेडियम में खेल रहे थे तो उसी के हिसाब से खेलना जरूरी था और हमने ऐसा ही किया। क्योंकि आप अलग-अलग स्थानों और अलग-अलग परिस्थितियों में खेलते हैं, आपको उसके अनुसार ढलना और खेलना होता है, हमने बिल्कुल यही किया। हम इन नौ मैचों में जिस तरह खेले उससे बहुत खुश हैं।रोहित नौ मैचों में टीम के प्रदर्शन से काफी खुश थे। उन्होंने कहा, ‘हम पहले मैच से आज तक शानदार रहे। अलग अलग खिलाड़ियों ने इन मैच में योगदान दिया। हर कोई जिम्मेदारी लेना चाहता था। अलग अलग जगह खेलना एक चुनौती थी लेकिन हमने अच्छा खेल दिखाया।’9 गेंदबाजों को क्यों दिया मौकानीदरलैंड के खिलाफ भारतीय टीम के 9 गेंदबाजों ने गेंदबाजी की। इसपर कप्तान रोहित ने कहा- जब आपके पास पांच गेंदबाज होते हैं, तो आप टीम के भीतर विकल्पों को बनाना चाहते हैं। आज हमारे पास नौ विकल्प थे, यह महत्वपूर्ण है, यह उस तरह के मैच होते हैं जहां हम कुछ चीजें आजमा सकते थे। जब जरूरत नहीं थी तब सीमर्स वाइड यॉर्कर फेंकते थे, लेकिन हम ऐसा करना चाहते थे। एक गेंदबाजी यूनिट के रूप में, हम कुछ अलग करने की कोशिश करना चाहते थे और देखना चाहते थे कि हम क्या हासिल कर सकते हैं।