कौन कहता है असफल कप्तान हैं विराट कोहली! क्या ICC ट्रॉफी जीतना ही सफलता का ट्रेडमार्क है?

नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट के पूर्व कप्तान विराट कोहली के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज कुछ खास नहीं जा रहा है। हालांकि इस बीच वह एक बार फिर से चर्चा में आ गए हैं। चर्चा उनके खेल से ही जुड़ा है लेकिन इस बार बात उनकी कप्तानी को लेकर हो रही है। कोहली ने इंडियन प्रीमियर लीग की अपनी फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के पॉडकास्ट में खुलकर अपनी बातों का रखा। इस दौरान उन्होंने बताया कि कैसे उन्हें आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत पाने के कारण असफल कप्तान करार दे दिया गया।हालांकि मुद्दा यह है कि क्या किसी कप्तान के लिए सफलता के मायने सिर्फ आईसीसी ट्रॉफी जीतना हो सकता है। सिर्फ विराट कोहली ही, दुनियाभर में कई ऐसे कप्तान रहे हैं जो अपनी टीम को आईसीसी की ट्रॉफी नहीं जिता पाए लेकिन इसके बावजूद उनका रिकॉर्ड शानदार रहा है। ऐसे में विराट कोहली को एक असफल कप्तान कहना कहां तक सही माना जा सकता है। भारत के लिए सिर्फ दो ही कप्तान आईसीसी विश्व कप का खिताब जीत पाए हैं। इसमें कपिल देव और महेंद्र सिंह धोनी का नाम है लेकिन टीम इंडिया के लिए इनके अलावा भी कई कप्तान हुए जिन्होंने भारत को आईसीसी की ट्रॉफी तो नहीं दिलाई लेकिन उन्होंने टीम को देश और विदेश में जीतना सिखाया। सिर्फ इतना ही नहीं, विराट की कप्तानी में टीम इंडिया तीन फॉर्मेट में नंबर एक भी रही है। ऐसे में आइए जानते हैं कप्तानी में विराट कोहली के महान रिकॉर्ड के बारे में।टेस्ट कप्तान के तौर विराट कोहलीविराट कोहली भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान में से एक है। कोहली अपने करियर में कुल 68 टेस्ट मैचों में टीम इंडिया के लिए कप्तानी की। इस दौरान भारत ने 40 मैचों में जीत हासिल की। वहीं टीम को सिर्फ 17 मैचों में हार का सामना करना पड़ा जबकि 11 मैच ड्रॉ पर रहे हैं।विराट से अगर तुलना की जाए तो महेंद्र सिंह इस मामले में दूसरे स्थान हैं। धोनी भारत के लिए 60 मैचों में कप्तानी की जिसमें 27 में टीम को जीत मिली। वहीं सौरव गांगुली ने 49 मैचों में कप्तानी और भारत 21 मैचों में उन्होंने जीत दिलाई। इस तरह अगर कप्तानी की बात की जाए तो यहां कोहली सबसे आगे हैं। सिर्फ टीम को जीत दिलाने के मामले में ही नहीं उन्होंने कप्तानी करते हुए जमकर रन भी बनाए हैं। कोहली दुनिया के इकलौते ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने कप्तान के तौर पर टेस्ट में सबसे अधिक 7 बार 200 या इससे अधिक की पारी खेली है। इस मामले में ब्रायन लारा दूसरे स्थान पर हैं जिन्होंने पांच बार ये कारनामा किया है। वनडे में भी किसी से कम नहीं विराट कोहलीटेस्ट में सबको पछाड़ने के बाद वनडे में विराट कोहली किसी कम नहीं हैं। वनडे क्रिकेट में विराट कोहली ने भारत के लिए कुल 95 मैचों में कप्तानी की। इस दौरान टीम इंडिया ने कुल 65 मैचों में जीत हासिल की। वनडे में उनकी कप्तानी में टीम इंडिया के जीतने का प्रतिशत 70.43 का रहा। हालांकि उनसे आगे महेंद्र सिंह धोनी ने 110, मोहम्मद अजहरुद्दीन ने 90 और सौरव गांगुली ने 76 वनडे मैच अपनी कप्तानी टीम इंडिया को जीताएं हैं।टी20 में भी जबर कप्तान रहे हैं कोहलीटेस्ट वनडे के अलावा टी20 फॉर्मेट में भी विराट कोहली एक शानदार कप्तान रहे हैं। टी20 फॉर्मेट में उन्होंने 2016 में कप्तानी संभाली थी। इसके बाद से लेकर 50 मैचों में टीम इंडिया की अगुवाई की। इस दौरान भारत को कुल 32 मैचों में जीत मिली जबकि 16 मैच हारे। वहीं दो मैच का नतीजा नहीं निकल सका। इस मामले वह सिर्फ महेंद्र धोनी से ही पीछे हैं। धोनी ने टीम इंडिया के लिए कुल 72 मैचों में कप्तानी जिसमें 41 मैचों में जीत और 28 मैचों में हार सामना करना पड़ा। वहीं एक मैच टाई रहा जबकि दो मैचों का नतीजा नहीं निकला।विराट की कप्तानी में आईसीसी ट्रॉफी नहींविराट कोहली अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को सबसे पहली साल 2017 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचाया था। हालांकि यहां पर टीम को पाकिस्तान से हार मिली थी। इसके बाद दूसरा मौका 2019 का वनडे विश्व कप था। इस विश्व कप में टीम इंडिया सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से हार कर बाहर हो गई थी। इसके बाद उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने 2021 में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब भी गंवाया।इसके अलावा भारतीय टीम यूएई में खेले गए टी20 विश्व कप में भी हार कर लीग स्टेज से बाहर हो गई थी। यही कारण था कि इसके बाद कोहली ने कप्तानी छोड़ने का भी फैसला किया था।