कुलपति ने घटना की जांच का दिया आदेश
कुलपति ने नोटिस जारी कर कहा कि कुछ अज्ञात लोगों ने फैकल्टी रूम और विश्वविद्यालय की दीवारों पर जातिसूचक टिप्पणी पर प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा। प्रशासन ऐसी घटना की निंदा करता है। ऐसी घटना को विश्वविद्यालय में स्वीकार नहीं किया जाएगा। जेएनयू सबका है।
स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज की दीवारों पर स्लोगन
कुलपति ने स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज एंड ग्रिवांस कमिटी के डीन को इस मामले की जल्दी से जल्दी जांच करके रिपोर्ट सौंपने को कहा है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि जेएनयू समावेश और समानता में विश्वास करता है। कुलपति ने जेएनयू में किसी प्रकार की हिंसा पर जीरो टोरलेंस की नीति अपनाने की भी बात कही है।
उधर, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने जातिसूचक टिप्पणी लिखने का आरोप लेफ्ट विंग के छात्रों पर लगाया है। इधर सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर कई प्रतिक्रिया सामने आ रही है।
शुभम शुक्ला नामक एक यूजर ने लिखा है कि सभी का खून शामिल यहां की मिट्टी में.. किसी के बाप का हिंदुस्तान थोड़ी है।..
शुभम शर्मा नामक एक यूजर ने लिखा कि देश में ब्राह्मण नए यहूदी बन गए हैं।