नई दिल्ली: महाराष्ट्र में बंपर जीत के बाद आज पीएम मोदी अपने मासिक रेडियो प्रोग्राम के जरिए लोगों से जुड़े। मन की बात का कार्यक्रम हर महीने के अंतिम रविवार को टेलीकास्ट होता है। कार्यक्रम तय समय सुबह 11 बजे से शुरू हुआ। आप इस कार्यक्रम को नरेंद्र मोदी के सोशल मीडिया पेज, बीजेपी के सोशल मीडिया हैंडल और बाकी समाचार चैनलों पर भी सुन सकते हैं।गयाना में बसता है मिनी भारत पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में अपने गयाना दौरे का भी जिक्र किया। मोदी ने बताया कि भारत से हजारों किलोमीटर दूर गयाना में भी एक ‘मिनी भारत’ बसता है। आज से लगभग 180 वर्ष पहले, गयाना में भारत के लोगों को खेतों में मजदूरी के लिए, दूसरे कामों के लिए ले जाया गया था। आज गयाना में भारतीय मूल के लोग राजनीति, व्यापार, शिक्षा और संस्कृति के हर क्षेत्र में गयाना का नेतृत्व कर रहे हैं। गयाना के राष्ट्रपति डॉ. इरफान अली भी भारतीय मूल के हैं, जो अपनी भारतीय विरासत पर गर्व करते हैं।मोदी ने आगे कहा कि गयाना की तरह ही दुनिया के दर्जनों देशों में लाखों की संख्या में भारतीय हैं। दशकों पहले की 200-300 साल पहले की उनके पूर्वजों की अपनी कहानियां हैं। क्या आप ऐसी कहानियों को खोज सकते हैं कि किस तरह भारतीय प्रवासियों ने अलग-अलग देशों में अपनी पहचान बनाई? कैसे उन्होंने वहाँ की आजादी की लड़ाई के अंदर हिस्सा लिया? कैसे उन्होंने अपनी भारतीय विरासत को जीवित रखा?चेन्नई में बच्चों के लिए खास लाइब्रेरी पीएम मोदी ने मन की बात में कहा कि मैं चेन्नई का एक उदाहरण आपसे शेयर करना चाहता हूं। यहां बच्चों के लिए एक ऐसी लाइब्रेरी तैयार की गई है, जो क्रिएटिविटी और लर्निंग का हब बन चुकी है। बिहार में गोपालगंज के प्रयोग लाइब्रेरी(Prayog Library) की चर्चा तो आसपास के कई शहरों में होने लगी है।मोदी ने इस लाइब्रेरी के बारे में बात करते हुए बताया कि इस लाइब्रेरी का आइडिया टेक्नोलॉजी की दुनिया से जुड़े श्रीराम गोपालकृष्णन जी की देन है। विदेश में काम करते हुए वे लेटेस्ट टेक्नोलॉजी से जुड़े रहे। लेकिन, वो बच्चों में पढ़ने और सीखने की आदत विकसित करने के बारे में भी सोचते रहे। भारत लौटकर उन्होंने प्रकृति अरिवगम को बनाया। इसमें तीन हजार से अधिक किताबें हैं, जिन्हें पढ़ने के लिए बच्चों में होड़ लगी रहती है। विवेकानंद जयंती पर होगा युवा विचारों का महाकुंभ पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर देश ‘युवा दिवस’ मनाता है। अगले साल स्वामी विवेकानंद जी की 162वीं जयंती है। इस बार इसे बहुत खास तरीके से मनाया जाएगा। इस अवसर पर 11-12 जनवरी को दिल्ली के भारत मंडपम में युवा विचारों का महाकुंभ होने जा रहा है, और इस पहल का नाम है ‘विकसित भारत Young Leaders Dialogue’। मोदी ने आगे कहा कि मैंने लाल किले की प्राचीर से ऐसे युवाओं से राजनीति में आने का आहवान किया है,जिनके परिवार का कोई भी व्यक्ति और पूरे परिवार का राजनीतिक बैकग्राउंड नहीं है,ऐसे एक लाख युवाओं को,नए युवाओं को राजनीति से जोड़ने के लिए देश में कई तरह के विशेष अभियान चलेंगे। ‘विकसित भारत Young Leaders Dialogue’ भी ऐसा ही एक प्रयास है।डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट से बुजुर्गों को फायदालखनऊ के रहने वाले वीरेंद्र हैं, वो बुजुर्गों को Digital life certificate के काम में मदद करते हैं। आप जानते हैं कि नियमों के मुताबिक सभी पेंशनर्स को साल में एक बार लाइफ सर्टिफिकेट जमा कराना होता है। 2014 तक इसकी प्रक्रिया यह थी कि इसे बैंकों में जाकर बुजुर्ग को खुद जमा करना पड़ता था। आप कल्पना कर सकते हैं कि इससे हमारे बुजुर्गों को कितनी असुविधा होती थी। अब ये व्यवस्था बदल चुकी है। अब Digital Life Certificate देने से चीजें बहुत ही सरल हो गई हैं,बुजुर्गों को बैंक नहीं जाना पड़ता। पीएम मोदी को याद आए स्कूल के दिन प्रधानमंत्री मोदी ने अपने मन की कार्यक्रम में सबसे पहले एनसीसी का जिक्र किया। मोदी ने कहा कि एनसीसी से मुझे अपने स्कूल के दिन याद आते हैं। एनसीसी दिवस पर मोदी ने कहा कि मैं स्वयं भी एनसीसी कैडेट रहा हूं। मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि इससे मिला अनुभव मेरे लिए अनमोल है। एनसीसी सेवा, नेतृत्व और सेवा की भावना पैदा करती है। पीएम मोदी ने कहा कि एनसीसी को मजबूत करने के लिए लगातार काम हो रहा है। मोदी ने कहा कि 2014 में करीब 14 लाख युवा एनसीसी से जुड़े और 2024 में 20 लाख युवा इससे जुड़े हैं। पीएम ने आगे कहा कि पहले एनसीसी में गर्ल्स कैडेट की संख्या कम थी, पर अब इसमें 25 फीसदी से बढ़कर 40 फीसदी हो गई है। सीमा के किनारे रहने वाले युवाओं को एनसीसी से जोड़ने का काम जारी है। इसके साथ युवाओं को नेशनल कैडेट कॉर्प्स से ज्यादा संख्या में जड़ने की अपील भी की गई।