मामले का पता लगने पर सीआईएसएफ अधिकारियों ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की तो देखा कि गुम हुआ युवक टी-3 के अंदर उसी बोर्डिंग गेट के सामने बैठा हुआ था, जहां से उनकी मिजोरम की फ्लाइट थी। युवक को उनके माता-पिता के हवाले कर दिया गया। माता-पिता सीआईएसएफ की त्वरित कार्रवाई पर शुक्रिया अदा करते हुए अपने बेटे को साथ ले गए।
क्या है पूरा मामला
मामले में एयरपोर्ट अधिकारियों ने बताया कि मामले की शुरुआत 16 दिसंबर की सुबह से हुई। युवक की टी-3 से मिजोरम जाने वाली फ्लाइट थी। वह समय से पहले दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच गए थे। टी-3 में प्रवेश करने के बाद सिक्योरिटी चेक कराकर वह समय से पहले अपनी फ्लाइट पकड़ने वाले बोर्डिंग गेट के सामने पहुंच गए, लेकिन जब उन्हें अपनी फ्लाइट में बैठना था। वह फ्लाइट में नहीं गए और वहीं बोर्डिंग गेट के पास ही बैठे रहे। एयरलाइंस की ओर से अनाउंसमेंट भी किया गया, लेकिन बीमारी की वजह से इसे समझ नहीं पाए और उनकी फ्लाइट छूट गई।