उज्जैन में शनि मंदिर त्रिवेणी के पास स्थित श्री स्वामी नारायण आश्रम के संत स्वामी आनंद जीवनदास महाराज नें मंदिर की जगह आंखों के अस्पताल का निर्माण करवाया गया है. यह निर्णय उन्होंने तब लिया जब उनके भक्तों ने इसकी इच्छा जाहिर की. लोगों का कहना था कि यहां मंदिर से ज्यादा अस्पताल की जरूरत थी. नव निर्मित इस अस्पताल में आंखों का इलाज किया जाएगा वो भी न्यूनतम दरों पर. अस्पताल का शुभारंभ 30 जनवरी को गृह मंत्री अमित शाह द्वारा किया जाएगा. हलांकि, वह इस कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से उपस्थित होंगे. श्री लक्ष्मीनारायण देव मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन द्वारा इस चैरिटेबल शिवज्ञान मोतीलाल आई हॉस्पिटल का निर्माण करवाया गया है.
सर्वे रिपोर्ट के बाद बदला फैसला
वैसे तो स्वामीनारायण संप्रदाय वडताल के संतों ने सिंहस्थ के बाद उज्जैन में भव्य मंदिर बनवाने का निर्णय लिया था लेकिन इस बीच भक्तो से पता चला कि यहां अस्पताल की ज्यादा जरूरत है. इस पर संतों ने भक्तो व अपनी टीम के जरिए सर्वे करवाया तो पता चला कि उज्जैन मे आंखों के इलाज के लिए अस्पताल की जरूरत ज्यादा है. ऐसे में संप्रदाय ने इस अस्पताल को बनवाने का निर्णय लिया. इसके बाद इस दिशा में काम किया जाने लगा और भगवान श्री स्वामीनारायण एवं श्री लक्ष्मीनारायण देव तथा देवाधिदेव श्री महाकालेश्वर की कृपा से और आचार्य राकेश प्रसाद महाराज की आज्ञा एवं घनश्यामप्रसाद की प्रेरणा से सर्वजनहितार्थ आधुनिक तकनकी युक्त चैरिटेबल शिवज्ञान मोतीलाल आई हॉस्पिटल, हासमपुरा का निर्माण स्वामी हरिनंदन की देखरेख में पूरा हो पाया है.
इन सुविधाओं से लैस रहेगा अस्पताल
बताया जा रहा ही कि अस्पताल का संचालन श्रीस्वामीनारायण संप्रदाय वड़ताल गुजरात द्वारा किया जाएगा. यह अस्पताल शहर से करीब 10 किमी दूर चिंतामण जवासिया मार्ग पर श्री लक्ष्मीनारायण देव मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन द्वारा वर्ष 2017-18 में अस्पताल का निर्माण शुरू किया गया था. करीब साढ़े तीन बीघा जमीन में फैले अस्पताल में अत्याधुनिक मशीनें लगाई गई है. 50 बेड के इस अस्पताल में दो मोड्यूलर सहित तीन ऑपरेशन थियेटर, लिफ्ट, लैब, कैटिन, मेडिकल, पार्किंग, डॉक्टर व सहयोगी स्टॉफ रूम आदि की सुविधाएं हैं. विशेषज्ञ डॉक्टर व उनके सहयोगी यहां सेवाएं देगे.