सुमित शर्मा, कानपुरः यूपी के कानपुर से एक अनोखा मामला सामने आया है। पूर्व माध्यमिक विद्यालय की प्रिंसिपल को पति की शिकायत पर निलंबित कर दिया गया। सूट-बूट वाली मैडम स्कूल में ताला लगाकर गायब हो जाती थीं। पति ने आरटीआई के तहत कानपुर बीएसए से उपस्थिति रिपोर्ट मांगी थी। बीएसए सुरजीत कुमार ने जांच कराई, तो शिकायत में सत्यता पाई गई, जिस आधार पर बीएसए ने शिक्षिका को निलंबित कर दिया।मूलरूप रूप से एटा के जलेसर कस्बा निवासी मनीष कुमार पेशे से अधिवक्ता हैं। उनकी पत्नी विनाक्षी कानपुर में बिधनू ब्लॉक के सपई गांव स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में प्रधानाचार्य के पद पर तैनात हैं। विनाक्षी का पहले एकल विद्यालय था, यानी कि कोई दूसरा शिक्षक नहीं था। आरोप है कि उसका फायदा उठाकर मैडम आए दिन स्कूल में ताला लगाकर गायब हो जाती थीं। छात्रों के परिजनों की शिकायत पर खंड शिक्षा अधिकारी ने वेतन काट कर चेतावनी भी दी थी।पति-पत्नी के बीच चल रहा था विवादइसी दौरान मनीष का पत्नी विनाक्षी से विवाद हो गया। शिक्षिका ने पति के खिलाफ एटा सिटी कोर्ट में उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज करा दिया। शिक्षिका मुकदमे की पैरवी के लिए आए दिन स्कूल के उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर कर एटा चली जाती थीं। मनीष ने कानपुर बीएसए से सूचना अधिकार के तहत उपस्थिति रिपोर्ट मंगावाई। मनीष ने कोर्ट की उपस्थिति रिपोर्ट से मिलान किया। जिसमें विनाक्षी के हस्ताक्षर एक ही तारीख में विद्यालय और कोर्ट में पाए गए।जांच में दोषी पाई गई शिक्षिकाशिक्षिका के पति मनीष ने इसकी शिकायत कानपुर बीएसए से की। बीएसए ने इसकी जांच खंड शिक्षा अधिकारी बिधनू से कराई। जांच में शिकायत सही मिलने की रिपोर्ट के आधार पर बीएसए ने शिक्षिका को सस्पेंड कर दिया है। बीएसए सुरजीत कुमार सिंह के मुताबिक विनाक्षी बीते 6 साल में 30 दिन बिना छुट्टी लिए हस्ताक्षर करके गायब रहीं हैं। इससे पहले भी उनके खिलाफ वेतन कटौती की कार्रवाई की जा चुकी है। जाचं रिपोर्ट के आधार पर उन्हें निलंबित किया गया है।