#gallery-1 {
margin: auto;
}
#gallery-1 .gallery-item {
float: left;
margin-top: 10px;
text-align: center;
width: 100%;
}
#gallery-1 img {
border: 2px solid #cfcfcf;
}
#gallery-1 .gallery-caption {
margin-left: 0;
}
/* see gallery_shortcode() in wp-includes/media.php */
दुनिया के ताकतवर देशों में भारत, रूस जैसे देशों के साथ अमेरिका का भी नाम आता है. अमेरिका दुनियाभर की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करता है. वैश्विक मामलों के अलावा कई देशों के आपसी मामलों में भी अमेरिका हस्तक्षेप करता है. ऐसे में अमेरिका के लिए ‘अंकल सैम’ शब्द का प्रयोग होता रहा है. लेकिन ये शब्द आया कहां से?
19वीं सदी की शुरुआत से ही अमेरिकी संस्कृति में सरकार के लोकप्रिय प्रतीक के तौर पर अंकल सैम का कैरेक्टर चलन में है. कुछ लोग कहते हैं कि अंकल सैम एक काल्पनिक चरित्र है तो कुछ लोग मानते हैं कि एक व्यक्ति के नाम पर अमेरिका को अंकल सैम का टाइटल मिला.
1813 में अमेरिका को इसका निकनेम ‘अंकल सैम’ मिला. इस नाम का संबंध न्यूयॉर्क के ट्रॉय के मीट पैकर सैम्युल विल्सन के साथ था, जो 1812 में एक युद्ध के दौरान अमेरिकी सेना को बीफ सप्लाई करते थे. बीफ के सभी बैरल पर यूएस यानी यूनाइटेड स्टेट्स लिखा होता था. सैनिकों ने US को Uncle Sam के तौर पर प्रचारित करना शुरू कर दिया. किसी स्थानीय अखबार में यह घटनाक्रम प्रमुखता से छपा और यह नाम प्रचलित हो गया.
वर्ष 1870 में कार्टूनिस्ट थॉमस नैस्ट ने अंकल सैम की एक फोटो के साथ इस नाम को और ज्यादा पॉपुलर कर दिया. उन्होंने सफेद दाढ़ी, स्ट्राइप्स और सितारों वाला सूट पहने एक आदमी की तस्वीर डिजाइन की. इसी तस्वीर को अंकल सैम माना जाने लगा. बाद में आर्टिस्ट जेम्स मोंटोगोम्री फ्लाग ने भी अंकल सैम की तस्वीर तैयार कर उसे मशहूर बनाया.
सितंबर 1916 में अमेरिकी कांग्रेस ने ‘अंकल सैम’ को राष्ट्रीय प्रतीक बताया था. वर्ष 1989 में अंकल सैम डे को आधिकारिक दर्जा मिला. 13 सितंबर 1989 को अमेरिकी कांग्रेस ने प्रस्ताव पारित करते हुए सैम्युल विल्सन के बर्थडे को ‘अंकल सैम डे’ के तौर पर मनाने की मंजूरी दी.