नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने 6 राज्यसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा कर दी है। ये चुनाव 20 दिसंबर को होंगे और उसी दिन नतीजे भी आ जाएंगे। तीन सीटें आंध्र प्रदेश, एक ओडिशा, एक पश्चिम बंगाल और एक हरियाणा की है। ये सभी सीटें सदस्यों के इस्तीफे से खाली हुई हैं। नामांकन की आखिरी तारीख 10 दिसंबर है और नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 13 दिसंबर है।ये राज्यसभा सीटें वेंकटरमण राव मोपिदेवी, बीडा मस्थान राव यादव, रयागा कृष्णैया (सभी आंध्र प्रदेश से), सुजीत कुमार (ओडिशा से), जवाहर सरकार (पश्चिम बंगाल से) और कृष्ण लाल पंवार (हरियाणा से) के इस्तीफे के कारण खाली हुई हैं। राज्यसभा, संसद का उच्च सदन है। इसके सदस्यों का चुनाव राज्य विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्यों की ओर से किया जाता है। ये उपचुनाव इन रिक्तियों को भरने के लिए आवश्यक हैं ताकि राज्यसभा में इन राज्यों का प्रतिनिधित्व बना रहे। चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों से निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने की अपील की है। देखना होगा कि इन सीटों पर कौन से नए चेहरे राज्यसभा पहुंचते हैं।क्यों अहम हैं ये चुनाव?उपचुनाव के नतीजों का इन राज्यों के राजनीतिक समीकरणों पर भी असर पड़ सकता है। इसलिए सभी पार्टियां इन सीटों को जीतने के लिए पूरी ताकत लगा रही हैं। आंध्र प्रदेश में तीन सीटों पर चुनाव होने से वहां के सियासी समीकरणों में बदलाव देखने को मिल सकता है। ओडिशा, पश्चिम बंगाल और हरियाणा में भी एक-एक सीट के लिए कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या सत्ताधारी दल अपनी सीटें बरकरार रख पाते हैं या विपक्ष उन्हें छीनने में कामयाब होता है। 20 दिसंबर को होने वाले मतदान और उसी दिन परिणाम आने के बाद ही तस्वीर साफ होगी।