95 किलोमीटर लंबे उज्जैन-पीथमपुर रोड़ पर 37 से अधिक ब्लैक स्पॉट हैं. जिसके चलते आए दिए यहां पर हादसे होते रहते हैं. मैं भी जब इस रोड से गुजरता हूं, तो राम नाम जपना पड़ता हैं. हाल ही में यहा स्कूली बच्चों को ले जा रहा वाहन भी दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इसमें करीब 7 बच्चो की मौत हो गई थी. इसिलिए सड़क परिवहन मंत्री नितीन गडकरी से मेरी मांग है कि पीथमपुर-उज्जैनरोड़ को नेशनल हाईवे में शामिल किया जाएं.यह बात सांसद अनिल फिरोजिया ने लोकसभा मे कही.
सांसद फिरोजिया का कहना था कि इससे रोड पर गुजरने वाले अनेक लोगो की जान बच सकेगी. 95 किमी लंबे उज्जैन-जावरा स्टेट हाईवे पर टोल प्लाजा के पास सारी-बारी है, यहां 200 मीटर तक शार्प टर्न है. इससे वाहनों की टक्कर के साथ तेज गति से गुजरने वाले वाहन पलट भी जाते हैं. ये स्पॉट हाल ही में रोड सेफ्टी कमेटी ने चिह्नित किए हैं.
#LokSabha मे बोले #Ujjain सांसद @bjpanilfirojiya
पीथमपुर-उज्जैन रोड बेहद खराब इससे गुजरता हू तो राम नाम जपना पड़ता है…#Madhaypradesh @loksabhaspeaker @OfficeofSSC
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— Ravi Sen (@ravisen0734) February 13, 2023
एक्सीडेंट के आधार पर ब्लैक स्पॉट तय किए जाते हैं.
जिनकी रिपोर्ट सामने आने के बाद सारी-बारी मोड को सीधा करने के लिए एमपीआरडीसी ने सरकारी व निजी जमीन की मार्किंग की. इसके अलावा जीरो पाइंट के मोड, उज्जैन-उन्हेल रोड पर रामगढ़ फंटा, चौपाटी भी ब्लैक स्पॉट में शामिल हैं. एक्सीडेंट के आधार पर ब्लैक स्पॉट तय किए जाते हैं.इसके लिए पुलिस रिपोर्ट व एक साल के आंकड़े देखे जाते हैं, इससे स्पष्ट हो जाता है कि सड़क दुर्घटना किस वजह से हुई थी.
लोगो की जान बचाने के लिए बड़ा कदम
पूर्व में भी इस सड़क को फोरलेन में परिवर्तन करने के लिए कई प्रयास किए जा चुके हैं. मुख्य रूप से इस सड़क मे रुकावट कुछ वर्षों पूर्व बनाए गए हाईवे मार्ग की वसूली को लेकर देखी जा रही है. पूर्व में बनाए गए इस हाइवे मार्ग की राशि की अभी तक पूर्ण रूप से वसूली नहीं हुई है. जिसका अनुबंध करीब 20 वर्षों का हुआ था.
फोरलेन सड़क बनाने के लिए पूर्व मे हाईवे बनाने वाली कंपनी को यह राशि भुगतान करने के बाद ही इस पर अनापत्ति पत्र जारी होने के बाद यह मार्ग फोरलेन में परिवर्तन किया जा सकता है और लोगों की जान बचाने में बड़ा कदम उठाया जा सकता है.