नई दिल्ली: ने मोदी सरकार के कामकाज के तरीके की तुलना क्रिकेट टीम से की है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सुबह छह बजे से ही नेट प्रैक्टिस शुरू हो जाती है। यह देर रात तक जारी रहती है। अगर पीएम आपको मौका देते हैं तो वह अपेक्षा भी करते हैं कि आप विकेट लें। रायसीना डायलॉग 2023 के 8वें संस्करण में बातचीत करते हुए जयशंकर ने हल्के-फुल्के अंदाज में ये बातें कहीं।भारत की विदेश नीति में बढ़ती दिलचस्पी पर जयशंकर बोले कि आज दुनिया मुश्किल जगह खड़ी है। लोगों की दुनिया में दिलचस्पी बढ़ गई है। दूसरा कारण भारत का ग्लोबलाइजेशन है। क्रिकेट टीम की तरह हम सिर्फ अपने घर में मैच नहीं जीतना चाहते हैं। विदेश में भी हम वैसा ही करना चाहते हैं। सुबह 6 बजे से शुरू हो जाती है नेट प्रैक्टिस जयशंकर बोले कि कैप्टन मोदी के साथ सुबह 6 बजे से ही नेट प्रैक्टिस शुरू हो जाती है। फिर देर रात तक यह जारी रहती है। अगर वह आपको बॉलर के तौर पर मौका देते हैं तो अपेक्षा भी करते हैं कि आप उनके लिए विकेट लें।जयशंकर ने कहा कि पिछले कुछ सालों में इस सरकार को कुछ चुनौतीपूर्ण निर्णय लेने पड़े हैं। लॉकडाउन का फैसला भी उनमे से एक था। यह बहुत मुश्किल फैसला था। लेकिन, आप इससे बच नहीं सकते थे। यह आपको लेना ही था। हम आज पीछे मुड़कर देखें तो पाएंगे कि अगर वह फैसला नहीं लिया गया होता तो कैसी स्थिति होती। जयशंकर से पूछा गया था यह सवालक्रिकेट का संदर्भ लेकर जयशंकर से पूछा गया था कि मोदी की कप्तानी में वह किस तरह से अपनी फील्ड सेट करेंगे। इसके लिए वह डिफेंसिव फील्ड रखेंगे या फिर अटैकिंग रहेंगे। इस के जवाब में जयशंकर ने ये बातें कहीं।विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने रायसीना संवाद के दौरान कई देशों के विदेश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठक कीं। इनमें स्वीडन के विदेश मंत्री टोबियास बिलस्ट्रॉम और ऑस्ट्रेलिया में उनके समकक्ष पेनी वोंग शामिल रहे।