क्या था सेमीफाइनल में अर्जेंटीना का डायमंड फॉर्मेशन? जिससे तबाह हो गई क्रोएशियाई टीम

कतर: के पहले सेमीफाइनल में अर्जेंटीना ने क्रोएशिया को 3-0 से रौंदकर फाइनल में अपनी जगह बना ली। अर्जेंटीना आखिरी बार 2014 फीफा विश्व कप के फाइनल में पहुंची थी। कतर के लुसैल स्टेडियम में खेले गए मैच में अर्जेंटीना के लिए और छाए रहे। दोनों ने मिलकर पहले हाफ में टीम के लिए दो गोल दागे जिसके बाद से क्रोएशियाई टीम दवाब में आ गई। दूसरे हाफ का जब खेल शुरू हुआ तो क्रोएशिया ने भरपूर कोशिश करने के बाद भी अर्जेंटीना की दीवाप को नहीं भेद पाई और वह बिना किसी गोल के मैच गंवा दिया।

क्रोएशिया 2018 फीफा विश्व कप की रनरअप थी। वहीं कतर में क्रोएशियाई टीम का प्रदर्शन काफी शानदार रहा लेकिन सेमीफाइनल में अर्जेंटीना के चक्रव्यूह को नहीं तोड़ पाई। मैच में क्रोएशिया के पास अर्जेंटीना की रणनीति का कोई जवाब नहीं था। मुकाबले में अर्जेंटीना टीम जिस फॉर्मेशन के साथ खेलने उतरी उसके आगे क्रोएशियाई टीम की एक ना चली।

अर्जेंटीना का डायमंड फॉर्मेशन

लुसैल स्टेडियम में अर्जेंटीना और क्रोएशिया की टीम सेमीफाइनल के लिए जब मैदान पर उतरी तो इंतजार सिर्फ इस बात था कि कौन सी टीम पहला गोल दागकर मैच में बढ़त बनाती है, लेकिन बहुत कम लोगों का ध्यान अर्जेंटीना के उस फॉर्मेशन पर गया जिससे वह क्रोएशिया को तबाह करने के लिए मैदान पर उतरी थी। इस मुकाबले के लिए अर्जेंटीना को अच्छे से पता था कि क्रोएशिया के डिफेंस और मिडफील्ड को अगर टक्कर देना है तो उसे कुछ अलग करना होगा।

यही कारण है कि अर्जेंटीना ने सेमीफाइनल के लिए अपने फॉर्मेशन में बदलाव किया, जो 4-4-2 का था। इस फॉर्मेशन में अर्जेंटीना चार डिफेंडर, चार मिडफिल्डर और दो स्ट्राइकर के साथ मैदान पर उतरी। फुटबॉल में इस फॉर्मेशन को डायमंड के नाम से भी जाना है। अर्जेंटीना के इस फॉर्मेशन के जवाब में क्रोएशिया (4-3-3) ने जो टीम उतारी थी में चार डिफेंडर, तीन मिडफिल्डर और तीन स्ट्राइकर थे। इसके बावजूद भी वह मैच में एक भी गोल नहीं कर पाई।

सिर्फ दो स्ट्राइकर के साथ अर्जेंटीना ने मचा दी तबाही

डायमंड फॉर्मेशन के साथ मैदान पर उतरी अर्जेंटीना के लिए लियोनल मेसी और जूलियन एल्वारेज स्ट्राइकर की भूमिका में थे। पहले हाफ में यह दोनों ही खिलाड़ी अपने पूरे जोश में थे और 34वें मिनट में ही एल्वारेज ने टीम को पेनल्टी दिला दी। फिर क्या था टीम के स्टार खिलाड़ी मेसी ने गोली की रफ्तार से भी तेज अपने किक से गेंद को गोलपोस्ट में डालकर अर्जेंटीना को मैच में 1-0 से आगे कर दिया। हालांकि असली खेल तो होना अभी बांकी था। पहले गोल के 5 मिनट बाद ही एल्वारेज ने क्रोएशियाई खेमें की तरफ जो गेंद लेकर भागे तो तब तक नहीं रुके जब तक की उसे गोल में नहीं बदल दिया। इस तरह पहले हाफ के समाप्ति से कुछ मिनट पहले तक अर्जेंटीना अब 2-0 से आगे हो चुकी थी।

पहले हाफ के बाद जब अर्जेंटीना की टीम मैदान पर उतरी तो मेसी और खतरनाक हो चुके थे। क्रोएशियाई डिफेंडर को समझ नहीं रहा था कि उन्हें कैसे रोका जाए और आखिकार क्रोएशिया को जो डर वही हुआ। मैच के 69वें मिनट में मेसी ने क्रोएशिया के डिफेंडर को छकाते हुए एल्वारेज को बेहतरीन पास किया और उन्होंने अपने शानदार टच से गेंद को गोलपोस्ट में दागकर टीम को 3-0 की बढ़त दिला दी जो अंत तक बना रहा।

अर्जेंटीना छठी बार फाइनल में

दो बार की चैंपियन अर्जेंटीना की छठी बार फीफा विश्व कप के फाइनल में पहुंची है। इसके साथ अर्जेंटीना ने अपने 92 साल पुराने रिकॉर्ड को भी कायम रखा है जिसमें वह सेमीफाइनल में कभी नहीं हारी है। अर्जेंटीना की टीम जब भी फीफा विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंची है उसने हमेशा जीत दर्ज की।

हालांकि फाइनल में पहुंचने के बाद वह सिर्फ दो बार ही खिताब जीत पाई है। अर्जेंटीना ने साल 1978 और 1986 में फीफा विश्व कप जीता था।