नई दिल्ली: अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की निगेटिव रिपोर्ट के कारण अडानी समूह को भारी नुकसान हुआ। अडानी के शेयर धराशाही हो गए। अडानी के शेयरों को कत्लेआम जारी रहा। इस रिपोर्ट के कारण अडानी के मार्केट कैप को 100 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हो गया । लगातार आठ कारोबारी सत्रों में गिरावट के बाद अडानी के शेयरों ने आज जबरदस्त कमबैक किया है। अडानी ग्रुप के शेयर में स्मार्ट रिकवरी देखने को मिली है। अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर 20 फीसदी की तेजी के साथ तेजी से बढ़ रहे हैं। खबर लिखे जाने तक अडानी के 10 शेयरों में से एक को छोड़कर सभी शेयर रॉकेट के रफ्तार से चढ़ रहे है। इन शेयरों में दिखी जबरदस्त तेजी अडानी के शेयरों में आज जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। शुरूआती कारोबार में ही अडानी एंटरप्राइेजज के शेयर 20 फीसदी तक उछल गए। कंपनी का शेयर खबर लिखे जाने तक 235 .20 अंक चढ़कर 1807.50 रुपये पर पहुंच गया। वहीं अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिकस जोन लिमिटेड के शेयर आज 9.63 फीसदी की तेजी के साथ 597 रुपये पर पहुंत गए। खबर लिखे जाने तक अडानी पावर के शेयर 0.52 फीसदी की तेजी के साथ 183.40 रुपये पर पहुंच गए। अडानी ट्रांसमिशन के शेयर 1324.45 +63.05 (+5.00%) पर पहुंच गए। वहीं अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयर 921.65 (+3.84%) पर पहुंच गए है। अडानी विल्मर 399.40 (+4.99%) रुपये पर पहुंच गए। वहीं NDTV के शेयर 4.98 फीसदी की तेजी के साथ 225.35 पर पहुंच गए। अडानी विल्मर के शेयरों में आज 5 फीसदी का अपर सर्किट लगा। अंबुजा सीमेंट के शेयर 392.40 (+3.41%) पर पहुंच गए। क्यों चढ़ने लगे अडानी के शेयर अडानी के शेयरों में तेजी के लिए कई कारक जिम्मेदार है। अडानी ने लोन प्रीपेमेंड की घोषणा कर निवेशकों का भरोसा जीता है । अडानी ग्रुप ने सोमवार को ऐलान किया कि वो कंपनीज के प्रमोटर्स लोन्स का प्रीपेमेंट ( Prepaying Loans) की तैयारी कर रहे है। अडानी समूह ने ऐलान किया कि वो अपने गिरवी रखे शेयरों को वापस छुड़ाने के लिए 1.11 अरब डॉलर के लोन्स का प्रीपेमेंट करेंगे। आपको बता दें कि इन लोन्स की मैच्योरिटी सितंबर 2024 है। लंबा वक्त होने के वावजूद अडानी ने इन्हें पहले चुकाने का ऐलान किया। इस प्रीपेमेंट करके ग्रुप अडानी पोर्ट्स, अडानी ट्रांसमिशन और अडानी ग्रीन एनर्जी के गिरवी रखे शेयर वापस लेगें। इस ऐलान से निवेशकों को भरोसा अडानी समूह पर बढ़ा है। जिसका असर आज बाजार खुलने के बाद देखने को मिला। भरोसा जीता, निवेशकों की चिंताएं हुई कम लोन प्रीपेमेंट का फैसला करके अडानी समूह ने निवेशकों को भरोसा जीत लिया है। जो निवेशक अडानी पर भारी कर्ज और संपत्ति में गिरावट के कारण चिंता में थे, उनकी चिंताएं इस घोषणा से कम हुई है। निवेशकों की चिंताओं को शांत करके अडानी समूह ने निवेशकों के विश्वास को जीत लिया है। वहीं जिन बैंकों ने अडानी को लोन दिया है, उन्होंने भी कंपनी पर भरोसा दिखाया है. एसबीआई, एक्सिस, पीएनबी जैसे बड़े बैंकों ने कहा कि अडानी ग्रुप में कोई बड़ा एक्सपोजर नहीं है। बैंकों के भरोसे ने भी निवेशकों को विश्वास बढ़ाने में मदद की है। जो लोग सोच रहे थे कि कंपनी दिवलिया हो जाएगी, वो गलत साबित हुए। अडानी कंपनी का बंपर मुनाफा इस हफ्ते अडानी समूह की कई कंपनियों की रिपोर्ट आने वाली है। अडानी की कई कंपनियों के नतीजे आने वाले हैं। अडानी पोर्ट्स, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी पावर, अडानी ट्रांसमिशन, विल्मर, अडानी टोटल गैस , अंबुजा सीमेंट, एनडीटीवी जैसी कंपनियों के नतीजे इस हफ्ते घोषित होने वाले है। कल यानी सोमवार को अडानी ट्रांसमिशन के नतीजे आए। कंपनी का मुनाफा 78 फीसदी चढ़ा। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में अडानी ट्रांसमिशन को 474.7 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है। पिछले साल कंपनी का मुनाफा 267 करोड़ रुपये था, जो असल अवधि में 478 करोड़ रुपये रहा। तीसरी तिमाही में अडानी ट्रांसमिशन का रेवेन्यू 2623 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले वर्ष के इसी तिमाही से 16 फीसदी अधिक है। मुनाफे की खबर ने निवेशकों को बूस्ट किया , जिसका नतीजा आज शेयर बाजार में देखने को मिला है। वहीं रेटिंग एजेंसी फिच ने भी अडानी के फेवर में बात की, कहा कि कंपनी के कैश फ्लो में कोई दिक्कत नहीं है। कंपनी के बड़ा निवेशकों ने भी अब तक उनका साथ निभाया है। इन सब बातों ने कंपनी के शेयरों को वापस ट्रैक पर लाने में मदद की है।