बम की झूठी अफवाह ने पूरी रात तक भारतीय एजेंसियों को दहशत में डाले रखा। 250 लोग प्लेन में सवार थे और उन्हें आनन फानन में सेफ प्लेस पर ले जाया गया। रातभर करीब 10 घंटे तक प्लेन की जांच चली। रूस भी ऐक्टिव था। भारतीय एजेंसियों ने रूस के दूतावास को भी सूचना दे दी थी।