क्या है ईडी के हाथ लगा वो ‘सबूत’, जिसके आधार पर दिल्ली शराब कांड में केजरीवाल को आरोपी बनाया गया

नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शराब घोटाले मामले में ईडी के शिंकजे में फंसते दिख रहे हैं। ईडी ने उनके खिलाफ चार्जशीट फाइल कर दी है। सीएम केजरीवाल का इस मामले में नाम डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के सचिव और दानिक्स अधिकारी सी अरविंद के बयान के आधार पर सामने आया है। अब तक इस मामले में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के खिलाफ आरोप थे। आखिर वो क्या सबूत है जिसके आधार पर शराब घोटाले में ईडी ने सीएम केजरीवाल के खिलाफ चार्जशीट फाइल की है, आइए जानते हैं।केजरीवाल के आवास पर हुई थी शराब नीति की बैठकटाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी अरविंद केजरीवाल के खिलाफ जो चार्जशीट दायर की है, वो दानिक्स अधिकारी (जिनकी तैनाती केंद्र शासित प्रदेशों में की जाती है) सी अरविंद द्वारा दिए गए बयान के आधार पर है। इस बयान में सी अरविंद ने बताया कि वो डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के सचिव के रूप में तैनात थे। इसी दौरान मार्च 2021 में सीएम अरविंद केजरीवाल के आवास पर एक बैठक रखी गई। इस बैठक में उन्हें नई सिसोदिया द्वारा आबकारी नीति पर दिल्ली सरकार के मंत्रियों की रिपोर्ट का मसौदा सौंपा गया। इस बैठक में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन भी मौजूद थे। बैठक में तय किया गया कि साल के अंत में नई शराब नीति को लागू किया जाएगा। सीएम के करीबी ने दिया पूरे घोटाले को अंजाम में विजय नायर का नाम भी शामिल है, जिसने कथित तौर पर पूरे घोटाले को अंजाम दिया। नायर आम आदमी पार्टी का सामान्य कार्यकर्ता नहीं था, बल्कि उन्हें केजरीवाल का काफी करीबी माना जाता है। पीटीआई-भाषा की एक रिपोर्ट के अनुसार, एजेंसी ने यह भी दावा किया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री के एक करीबी सहयोगी ने “फेसटाइम (आईफोन पर एक वीडियो कॉलिंग सुविधा) के माध्यम से समीर (महेंद्रू) और अरविंद केजरीवाल के लिए एक वीडियो कॉल की व्यवस्था की, जहां अरविंद ने समीर से कहा कि सहयोगी ‘उनका लड़का’ है और समीर को उस पर भरोसा करना चाहिए तथा उसके साथ आगे बढ़ना चाहिए।’ केजरीवाल ने आरोपों को बेबुनियादी बतायादानिक्स अधिकारी सी अरविंद के बयान और विजय नायर के खिलाफ आरोपों के आधार पर ईडी ने सीएम केजरीवाल पर शिकंजा कसा है। हालांकि केजरीवाल ने ईडी के आरोपों और चार्जशीट को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा ईडी पर आरोप लगाते हुए कहा कि मौजूदा सरकार के कार्यकाल में एजेंसी ने 5000 चार्जशीट दायर की हैं। केजरीवाल ने कहा, ‘कितने लोगों को सजा सुनाई गई है? ईडी द्वारा दर्ज किए गए सभी मामले फर्जी हैं और उनका उपयोग सरकारों को गिराने या उन्हें बनाने के लिए किया जाता है। ईडी भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए मामले दर्ज नहीं करता। वे ऐसा विधायकों को खरीदने, सरकारों को गिराने के लिए करते हैं।’