क्‍या है ‘लॉक-इन’ जो हलवा समारोह के साथ शुरू, बजट में क्‍यों है इसकी खास अहमियत?

नई दिल्‍ली: ने शुक्रवार को नॉर्थ ब्लॉक में पारंपरिक में हिस्‍सा लिया। इस समारोह में राज्य मंत्री पंकज चौधरी, सचिव और बजट निर्माण प्रक्रिया में शामिल अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद थे। हलवा सेरेमनी बजट की छपाई शुरू होने से पहले होती है। वित्त मंत्रालय के कर्मचारियों की कड़ी मेहनत को सम्मानित करने का यह एक तरीका है। इसके साथ ही, ‘लॉक-इन’ अवधि भी शुरू हो जाती है, जहां बजट टीम के सभी सदस्य संसद में बजट पेश होने तक मंत्रालय परिसर में ही रहते हैं। बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा और 4 अप्रैल को समाप्त हो जाएगा। वित्‍त वर्ष 2025-26 का बजट 1 फरवरी को पेश होगा। इस बजट के साथ सीतारमण सातवां बजट पेश करेंगी जो पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के रिकॉर्ड को पार कर जाएगा। यह बजट कमजोर जीडीपी और खपत के आंकड़ों के बीच पेश किया जा रहा है। इसलिए सभी की निगाहें सरकार के आर्थिक दिशानिर्देशों पर होंगी।वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2025-26 के बजट की तैयारी के अंतिम चरण का प्रतीक पारंपरिक हलवा समारोह की अध्यक्षता की। यह समारोह शुक्रवार को नॉर्थ ब्लॉक में आयोजित किया गया। हर साल बजट की तैयारी के ‘लॉक-इन’ प्रोसेस से पहले हलवा समारोह का आयोजन किया जाता है। हलवा समारोह में नॉर्थ ब्लॉक में एक बड़ी कड़ाही में हलवा तैयार किया जाता है। वित्त मंत्री औपचारिक रूप से कड़ाही को चलाती हैं। वह बजट बनाने की प्रक्रिया में शामिल सभी लोगों को हलवा परोसती हैं। यह परंपरा वित्त मंत्रालय के सभी अधिकारियों की कड़ी मेहनत को स्वीकार करने का एक तरीका भी है। हलवा समारोह संसद में पेश होने से पहले सभी बजट दस्तावेजों की छपाई की प्रक्रिया की शुरुआत का संकेत देता है। इस समारोह के बाद एक विशेष अवधि शुरू होती है जिसे ‘लॉक-इन’ कहते हैं।लॉक-इन क्या है?लॉक-इन एक ऐसी अवधि होती है जिसमें बजट बनाने की प्रक्रिया में शामिल सभी लोग पूरी तरह से बाहरी दुनिया से कट जाते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य बजट के बारे में किसी भी तरह की जानकारी लीक होने से रोकना है। आमतौर पर, बजट बनाने वाले अधिकारी और कर्मचारी एक सुरक्षित स्थान पर रहते हैं, जैसे कि नॉर्थ ब्लॉक का बेसमेंट। इस दौरान वे लगातार बजट पर काम करते हैं और इसे अंतिम रूप देते हैं। उन्हें अपने परिवार और दोस्तों से मिलने या फोन करने की अनुमति नहीं होती है।क्यों जरूरी है लॉक-इन?लॉक-इन इसलिए जरूरी है ताकि बजट के बारे में कोई भी जानकारी बाहर न जा सके। अगर बजट के बारे में पहले से ही जानकारी लीक हो जाती है तो इसका देश की अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। लॉक-इन की अवधि आमतौर पर कुछ दिनों की होती है और यह बजट पेश होने तक जारी रहती है।लॉक-इन का महत्व क्‍या है?लॉक-इन का महत्व इस बात से समझा जा सकता है कि यह बजट बनाने की प्रक्रिया की गोपनीयता सुनिश्चित करता है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि बजट में कोई भी बदलाव या संशोधन अंतिम समय में नहीं किया जा सकेगा।