हमीरपुर: योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने शुक्रवार को यहां हमीरपुर में राम पर बोली बोलने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य को अधर्मी कहते हुए कहा कि इसके पीछे समाजवादी पार्टी है जिसे अगले चुनाव में बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ेगा। इनकी पार्टी के लोगों ने पीछे से राम के नाम पर लोगों पर गोली चलवाई थी और अब उन्हीं के लोग राम पर बोली बोल रहे है। यह राम विरोधी चेहरा हमारा समाज बर्दाश्त नहीं करेगा।कैबिनेट मंत्री यहां हमीरपुर के लोनिवि डाकबंगले में मीडिया से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम हमारे आराध्य है। और हमारे समाज का इनसे बड़ा जुड़ाव है। ऐसे में श्रीराम और रामायण के बारे में इनका बयान राम विरोधी चेहरा है। कहा कि श्रीराम और धर्म के खिलाफ बोली बोलने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य अधर्मी है और जो भी लोग राम पर बोली बोलेंगे वह जनता माफ नहीं करेगी। मंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 से लेकर अभी तक समाजवादी पार्टी की उल्टी गिनती चल रही है। यदि स्वामी प्रसाद की तरह दो चार नेता इनकी पार्टी और आ जाएंगे तो वर्ष 2024 में सपा पूरी तरह से खत्म हो जाएगी।भारत के सनातन धर्म से मिलती है शांतिकैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने बागेश्वर धाम सरकार के धीरेन्द्र शास्त्री के मामले को लेकर कहा कि भारत आस्था का केन्द्र है और हम सभी की इसके प्रति आस्था है। जीवन में शांति भी हमें धर्म से मिलती है। इसके खिलाफ विरोध करना गलत है। मंत्री ने कहा कि भारत में हिन्दुत्व और सनातन धर्म नहीं बढ़ेगा तो क्या इस्लाम धर्म भारत में आयेगा। जब अंग्रेजों ने सैकड़ों साल लड़ाई लड़ी गई तब भारत में ईसाई धर्म नहीं आने दिया गया। उन्होंने कहा कि विरोधियों को देश और भारत की आस्था के बारे में सोचना चाहिए। सनातन धर्म के खिलाफ बोलना गलत है।राम विरोधी स्वामी के खिलाफ शिवसेना करेगी आंदोलनशिवसेना के प्रदेश उप प्रमुख रतन ब्रम्हचारी ने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजने और रासुका लगाने की मांग को लेकर आंदोलन करने की तैयारी की है। उन्होंने बताया कि 10 फरवरी को इस मामले को लेकर कलेक्ट्रेट में आंदोलन किया जाएगा। क्योंकि स्वामी प्रसाद मौर्य ने सनातन धर्म का सीधे अपमान किया है। राजनैतिक लाभ के लिए हिन्दुओं को बांटने की साजिश की गई है। शिवसेना के प्रदेश उप प्रमुख ने कहा कि रामायण का विरोध करने वाले स्वामी प्रसाद का पुतला फूंककर धरना प्रदर्शन भी किया जाएगा।