पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को एक बार फिर दोहराया कि प्रधानमंत्री पद के लिए दावेदारी की दौड़ में शामिल होने की उनकी कोई इच्छा नहीं है। पिछले साल अगस्त में बीजेपी से अलग होने के बाद से विपक्षी एकता का प्रमुख चेहरा बन चुके नीतीश कुमार जेडीयू कार्यकर्ताओं की ओर से ‘नीतीश फॉर पीएम’ के नारों के बारे में पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। बिहार में प्रधानमंत्री को लेकर लग रहे नारे के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैं उन्हें ऐसा नहीं करने के लिए कहता रहता हूं। मेरी ऐसी कोई इच्छा नहीं है।’ देश की यात्रा पर निकलने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘वह अलग चीज है। इस पर अलग से बात करेंगे। अभी हमलोग समाधान यात्रा पर थे। राजनीतिक बातों पर अलग से बात करेंगे, आज कोई बात नहीं करेंगे।’समीक्षा बैठक के साथ नीतीश की समाधान यात्रा समाप्तसीएम नीतीश की ‘समाधान यात्रा’ गुरुवार को पटना में समीक्षा बैठक के साथ ही समाप्त हो गई। यात्रा को सफल बताते हुए उन्होंने कहा कि इस यात्रा का अनुभव बहुत अच्छा रहा। उन्होंने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भी कहा कि जब सभी लोग चाहेंगे हो जाएगा, यह कुछ खास नहीं है। समाधान यात्रा की समाप्ति के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हम बिहार के हर जिले में घूमे हैं। उन्होंने कहा कि सब जगह जाकर देखना, लोगों की बातों को सुनना और जो योजनाएं चल रही हैं। उनकी प्रगति कैसी है या इसके अलावा और क्या किया जाना चाहिए, ताकि लोगों को सुविधा मिले यही यात्रा का उद्देश्य रहा है। यात्रा में लोगों ने खुशी जताई और समस्याएं भी बताई: नीतीशउन्होंने आगे कहा कि यात्रा के दौरान सब जगह लोगों की राय भी आ गई है। लोगों ने खुशी भी जताई है, साथ ही अपनी समस्याएं भी बताई हैं। बैठकों में एमएलए, एमएलसी ने अपनी बात रखी है। मीटिंग में एक-एक चीज पर चर्चा की गई है। उन्होंने बताया कि हमने निर्देश दे दिया है कि जितनी बात आई है उस सब पर एक-एक चीज को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके अलावा नए ढंग से जो करना है उस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।