आफताब ने पॉलीग्राफ और नार्को टेस्‍ट में क्‍या कहा… कहीं टर्न तो नहीं लेगा केस? जानें श्रद्धा हत्‍याकांड से जुड़े 5 अपडेट

नई दिल्‍ली: आफताब अमीन पूनावाला (Atab Amin Poonawalla) का पॉलीग्राफ के बाद नार्को टेस्‍ट भी पूरा हो चुका है। वह (Shraddha Walkar murder case) का आरोपी है। बताया जाता है कि पूनावाला ने ‘पॉलीग्राफ’ और ‘नार्को’ टेस्‍ट के दौरान एक जैसी बातें कही हैं। यानी वह अपने बयान से मुकरा नहीं है। फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की चार सदस्यीय टीम और जांच अधिकारी पूनावाला से नार्को जांच के बाद पूछताछ के लिए तिहाड़ जेल पहुंचे थे। 28 साल के आफताब ने अपनी ‘लिव इन’ पार्टनर श्रद्धा की गला घोंटकर हत्या कर दी थी। फिर उसके शव के 35 टुकड़े किए थे। इन टुकड़ों को उसने तीन हफ्ते तक दक्षिणी दिल्ली के महरौली स्थित आवास में 300 लीटर के फ्रिज में रखा। फिर शव के हिस्सों को कई दिनों में शहर के अलग-अलग हिस्सों में ठिकाने लगाता रहा। आफताब को 12 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था। फिर उसे पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया था। इस अवधि को 17 नवंबर को और पांच दिन के लिए बढ़ाया गया था। अदालत ने 26 नवंबर को उसे 13 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। आइए, इस केस से जुड़े कुछ अपडेट () जानते हैं।

नार्को जांच के बाद पूछताछ
आफताब की नार्को जांच पूछताछ का सत्र शुक्रवार को दो घंटे के अंदर पूरा हो गया। फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की चार सदस्यीय टीम और जांच अधिकारी पूनावाला से नार्को जांच के बाद पूछताछ के लिए नई दिल्ली की तिहाड़ जेल पहुंचे थे। सेंट्रल जेल नंबर चार में पूर्वाह्न 10 बजे से पूछताछ शुरू होने और दोपहर तीन बजे तक पूरी होने की उम्मीद थी। लेकिन, इसमें देरी हुई। टीम पूर्वाह्न करीब साढ़े 11 बजे जेल पहुंची और करीब 1 घंटे 40 मिनट तक सत्र चला। अधिकारियों ने कहा कि उसे ले जाने से संबंधित जोखिमों को देखते हुए अदालत के आदेश के अनुसार यह व्यवस्था की गई थी। पूनावाला का नार्को एनालिसिस टेस्‍ट करीब दो घंटे तक रोहिणी के अस्पताल में हुआ था। यह सफल रहा था। अब नार्को और पॉलीग्राफी टेस्‍ट के दौरान आरोपी से मिले जवाबों का विश्लेषण किया जाएगा। उसे भी उसके जवाबों की जानकारी दी जाएगी।

दिल्‍ली पुलिस की मांग पर हुए टेस्‍ट
नार्को टेस्‍ट में सोडियम पेंटोथल, स्कोपोलामाइन और सोडियम एमिटल जैसी दवा दी जाती हैं, जो व्यक्ति को एनेस्थीसिया के असर के विभिन्न चरणों तक लेकर जाती हैं। हिप्नोटिक फेज में व्यक्ति पूरी तरह से होश हवास में नहीं रहता है। उसके ऐसी जानकारियां देने की ज्‍यादा संभावना रहती है, जो वह आमतौर पर होश में रहते हुए नहीं बताता है। जांच एजेंसियां इस टेस्‍ट का इस्तेमाल तब करती हैं, जब अन्य सबूतों से मामले की साफ तस्वीर नहीं मिल पाती है। दिल्ली पुलिस ने पहले कहा था कि उसने आफताब की नार्को टेस्‍ट की मांग की है, क्योंकि पूछताछ के दौरान उसके जवाब भटकाने वाले थे। सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि नार्को टेस्‍ट, ब्रेन मैपिंग और पॉलिग्राफी जांच संबंधित व्यक्ति से मंजूरी लिए बिना नहीं की जा सकती हैं। साथ ही इस जांच के दौरान दिए गए बयान अदालत में प्रारंभिक सबूत के तौर पर स्वीकार्य नहीं हैं। केवल कुछ परिस्थितियों में ही ये स्वीकार्य हैं, जब पीठ को मामले के तथ्य और प्रकृति इसके अनुरूप लगे।

पॉलीग्राफ और नार्को टेस्‍ट में बताई एक जैसी बातें
आफताब अमीन पूनावाला ने पॉलीग्राफ, नार्को और पुलिस पूछताछ में एक जैसे जवाब दिए हैं । पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक, 14 दिन की पुलिस हिरासत के दौरान पूनावाला का बयान उसकी ‘पॉलीग्राफ’ और ‘नार्को’ जांच के दौरान पूछे गए सवालों के जवाब के समान है।

जांच में किया सहयोग, पुलिस को यह बताया
एक सूत्र ने बताया कि उसने दोनों जांच के दौरान पूरा सहयोग किया। पूछताछ के दौरान पुलिस के पूछे गए सवालों के उसने समान जवाब दिए। पॉलीग्राफ और नार्को जांच के दौरान उसके बयान में कोई बदलाव नहीं आया। उसने अपनी ‘लिव-इन-पार्टनर’ की हत्या की बात स्वीकार की है। यह भी कबूल किया कि उसने दिल्ली के जंगल वाले इलाकों में विभिन्न स्थानों पर शव के टुकड़े फेंके थे। हालांकि, पुलिस को अभी तक श्रद्धा की खोपड़ी नहीं मिली है। वह अभी भी शव के अन्य हिस्सों और खोपड़ी की तलाश कर रही है। पुलिस सूत्रों ने कहा कि उन्हें अब यकीन हो गया है कि पूनावाला ने पूछताछ के दौरान और बाद में ‘पॉलीग्राफ’ और ‘नार्को’ विश्लेषण के दौरान जो कबूल किया, वह समान है। इसलिए, जांच में किसी तरह का नया मोड़ आने की गुंजाइश नहीं है।

एक हफ्ते में मिलेगी डीएनए रिपोर्ट
सूत्रों ने बताया कि श्रद्धा की डीएनए रिपोर्ट अगले सप्ताह तक आने की उम्मीद है। अब तक 13 से अधिक हड्डियां बरामद की जा चुकी हैं। डॉक्टर श्रद्धा की मौत का पता लगाने और पुष्टि करने के लिए केवल विशिष्ट हड्डियों की मात्रा और गुणवत्ता का मिलान करेंगे। सूत्रों ने कहा कि यह साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं कि उसने अपनी लिव-इन पार्टनर की हत्या की। हालांकि, अभी भी डिजिटल फुटप्रिंट्स और सबूतों का इंतजार किया जा रहा है। जांच के मद्देनजर ये महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।