क्या मजाक है! देश की सबसे छोटी रेल यात्रा, केवल तीन किमी का सफर और 1,255 रुपये किराया

नई दिल्ली: रेलवे को देश की लाइफलाइन कहा जाता है। भारत में रेलवे के इतिहास बहुत पुराना है। देश में पहली पैसेंजर ट्रेन 16 अप्रैल, 1853 को मुंबई के बोरी बंदर से ठाणे के बीच चली थी। 34 किमी की इस यात्रा के लिए जिस ट्रेन का इस्तेमाल किया गया था, उसे तीन लोकोमोटिव ने खींचा था। इनका नाम साहिब, सुल्तान और सिंध था। भारत में रेलवे का अपना समृद्ध इतिहास रहा है। रेलवे के क्षेत्र में कई रेकॉर्ड भारत के नाम हैं। दुनिया के सबसे बड़ा रेलवे ब्रिज चिनाब नदी पर बनकर तैयार हुआ है। इसी तरह दुनिया के सबसे बड़ा रेलवे प्लेटफॉर्म भी भारत में है। इसी तरह देश के कई रेल रूट्स यूनेस्को की हेरिटेज लिस्ट में शामिल हैं। आज हम यहां आपको देश के सबसे छोटी रेल यात्रा के बारे में बता रहे हैं।भारत के सबसे छोटी रेल यात्रा महज तीन किलोमीटर लंबी है। महाराष्ट्र में नागपुर से अजनी की यात्रा देश में सबसे छोटी रेल यात्रा है। ट्रैवल वेबसाइट Ixigo के मुताबिक नागपुर से अजनी का सफर नौ मिनट का है। इस यात्रा के लिए जनरल क्लास का टिकट 60 रुपये और स्लीपर क्लास का टिकट 175 रुपये है। आठ मिनट की यात्रा के लिए स्लीपर टिकट लेने का कोई तुक नहीं है। यही वजह है कि अधिकांश लोग जनरल क्लास का ही टिकट लेते हैं। एसी-3 का टिकट 555 रुपये, एसी-2 की 760 रुपये और एसी-1 का 1,255 रुपये का है। सभी महिला कर्मचारीवैसे अजनी के नाम एक और रेकॉर्ड भी है। 2018 में यह देश की तीसरा रेलवे स्टेशन बना था जिसमें सभी कर्मचारी महिलाएं हैं। उससे पहले मुंबई के माटूंगा और जयपुर के गांधीनगर स्टेशनों को यह मुकाम हासिल हो चुका था। तब अजनी में 22 महिला कर्मचारी थीं। इनमें एक स्टेशन मैनेजर, छह कमर्शियल क्लर्क, चार टिकट चेकर, चार लगेज पोर्टर, चार सफाई कर्मचारी और तीन आरपीएफ जवान शामिल थीं।